क्या आप भी अपने पेट्स के साथ सोते हैं तो जान लिजिए यह गलत है या सही. पेट्स हमारे सबसे अच्छे दोस्त होते हैं, और उनके साथ समय बिताने से हमें खुशी और सुकून मिलता है. लेकिन, क्या यह आदत हमारी हेल्थ के लिए सही है? कई बार हम इस बात को नजरअंदाज कर देते हैं कि पेट्स के साथ सोना अनजाने में हमें बीमारियों का शिकार भी बना सकते हैं. आज हम आपको बताएंगे कि  पेट्स के साथ सोना हमारे लिए सही है या नहीं. आइए जानते हैं यहां . 


हेल्थ के लिए हानिकारक 


एलर्जी और अस्थमा
पालतू जानवरों के फर और रूसी से निकलने वाले कण एलर्जी और अस्थमा के मरीजों के लिए परेशानी बढ़ा सकते हैं. ये कण हवा में मिलकर सांस के जरिए शरीर में पहुंचते हैं, जिससे खांसी, छींक और सांस लेने में तकलीफ हो सकती है. 


कीटाणु होना 
पालतू जानवरों के फर में कई बार फ्लीस, टिक्स जैसे परजीवी और खतरनाक कीटाणु छिपे होते हैं. ये छोटे-छोटे कीट पेट्स को तो परेशान करते ही हैं, साथ ही ये हमारे लिए भी संक्रमण का कारण बन सकते हैं. इनसे त्वचा संक्रमण और अन्य बीमारियां हो सकती हैं, इसलिए पेट्स की अच्छे से सफाई और देखभाल जरूरी है. 


नींद में कमी 
कई लोगों को पेट्स के साथ सोने पर नींद में परेशानी होती है. पालतू जानवरों की हरकतें और आवाजें नींद को बाधित कर सकती हैं, जिससे आपको पूरा आराम नहीं मिल पाता. इसका असर आपकी अगले दिन की ऊर्जा और मनोदशा पर पड़ सकता है, और आप थकान महसूस कर सकते हैं. 


हेल्थ के लिए लाभदायक 



  • तनाव में कमी: पेट्स के साथ समय बिताने से तनाव हार्मोन कोर्टिसोल में कमी आती है.

  • बेहतर नींद: कई लोगों के लिए, पेट्स के साथ सोने से एक सुरक्षा की भावना आती है जिससे वे बेहतर नींद ले पाते हैं. 


जानें क्या बरतें सावधानियां



  • साफ-सफाई : पेट्स को सोने से पहले अच्छी तरह से साफ करें और उनकी रोजाना रूप से देखभाल करें. 

  • विशेष चिकित्सा स्थितियां: अगर आपको एलर्जी या अस्थमा है, तो डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर है.

  • अपनी नींद पर ध्यान दें: अगर आपको लगता है कि पेट्स के साथ सोने से आपकी नींद प्रभावित हो रही है, तो पेट्स के साथ न सोएं. 


ये भी पढ़ें:
होली की मस्ती में हो जाएं सराबोर, स्ट्रेस, एंजाइटी और तनाव होगा दूर, मिलेंगी खुशियां ही खुशियां भरपूर