देशभर में सर्दी का प्रकोप धीरे-धीरे बढ़ने लगा है. सुबह-शाम अब लोगों को कपकपी लगने लगी है. ठंड से बचने के लिए लोग रजाई-कंबल, गर्म स्वेटर आदि का इस्तेमाल करते हैं. रात को सोते वक्त अक्सर आपने यह बात गौर की होगी कि परिवार में कुछ लोग ठंड से बचने के लिए रजाई कंबल से मुंह ढककर सोते हैं. कुछ तो कंबल को इस तरह चारों तरफ से लपेट लेते हैं जिससे बाहर की हवा अंदर न आ सके और उनका शरीर गर्म रहे और एक अच्छी नींद आए. लेकिन, क्या आप जानते हैं मुंह ढककर सोने से शरीर को नुकसान पहुंचता है. शायद बेहद कम ऐसे लोग होंगे जिन्हें इस बारे में जानकारी होगी. यदि आप या आपके घर परिवार में कोई ऐसा करता है तो सावधान हो जाएं. जानिए रजाई कंबल से मुंह ढक कर क्यों नहीं सोना चाहिए
आ सकता हैं हार्ट अटैक
ठंड से बचने के लिए लोग रजाई-कंबल को सिर तक कवर कर लेते हैं. कुछ लोग रजाई कंबल को चारों तरफ से बंद कर लेते हैं और उसके अंदर ही रहना पसंद करते हैं. ऐसा करना हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है. दरअसल, कंबल को सर तक ढककर रखने से ऑक्सीजन का प्रवाह ठीक तरीके से नहीं हो पाता जिसके चलते दम घुटने जैसी स्थिति आ जाती है. यदि परिवार में कोई अस्थमा या हार्ट की परेशानी से जूझ रहा है तो ऑक्सीजन की कमी उनके लिए गंभीर स्थिति पैदा कर सकती है. कई बार इसी के चलते लोगों को हार्टअटैक भी आ जाता है.
बिगड़ सकती है मेन्टलहेल्थ
पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन न मिलना और ओवरहीटिंग की वजह से सिरदर्द, नींद न आना,जी मचलना, थकान जैसी दिक्कतें भी हो सकती हैं. कुछ रिसर्च में यह बात सामने आई है कि मुंह ढककर सोने की वजह से मेंटलहेल्थ प्रभावित होती है. इसकी वजह से लोगों को अल्जाइमर (भूलने का रोग) या डिमेंशिया जैसी दिक्कत हो सकती है.
बढ़ सकता है वजन
जो लोग स्लीप एप्निया की बीमारी से जूझ रहे हैं उन्हें ऐसी स्थिति में सांस लेने में तकलीफ होती है. इस कारण से व्यक्ति की नींद पूरी नहीं हो पाती है और उनका वजन भी बढ़ने लगता है.
स्लीप एप्निया एक ऐसी बीमारी है जिसमें सोते समय व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ होती है. इस वजह से व्यक्ति की नींद में ही सांस रुक जाती है और उन्हें पता नहीं चलता. डॉक्टर कहते हैं कि नींद में सांस रुकने की तकलीफ कुछ सेकंड से लेकर 1 मिनट तक हो सकती है. इस बीमारी से ग्रसित लोग जोर-जोर से खराटे लेते हैं. हालांकि जरूरी नहीं कि जो व्यक्ति खराटे लें वह इस बीमारी यानी स्लीप एप्निया से ग्रस्त हो.
पांचन में गड़बड़ी
सर्दियों में दिन छोटे और रातें लंबी होती हैं. इस वजह से व्यक्ति औसत से ज्यादा सोने लगता है. ज्यादा सोने की वजह से हमारा भोजन अच्छे से डाइजेस्ट नहीं हो पाता और वजन बढ़ने लगता है. शारीरिक गतिविधियां न करने की वजह से मेटाबॉलिज धीमा हो जाता है बुझाता है और इसकी वजह से शरीर में फैट जमने लगता है. फैट जमने की वजह से शरीर का वजन तेजी से बढ़ता है.
ऐसे करें आदत को ठीक
अगर आपको भी रजाई कंबल से मुंह ढककर सोने की आदत है तो कोशिश करें कि इस आदत को बदलें. अगर ऐसा करने में आपको तकलीफ हो रही है तो आप रजाई को मुंह तक ढकते समय मुंह के थोड़े हिस्से को रजाई से बाहर जरूर रखें. इससे शरीर में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन पहुंचेगा और आपको स्वास्थ्य संबंधी परेशानी नहीं होगी.
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