भीगे हुए बादाम बनाम सूखे बादाम, कौन सा है आपकी सेहत के लिए है बेहतर?
भिगोए हुए बादाम या सूखे हुए बादाम दोनों में से ज्यादा फायदेमंद कौन है? आइए जानें दोनों में से स्वास्थ्य के लिए ज्यादा बेहतर कौन सा है?
बादाम (Almonds) को पोष्टिक से भरपूर माना जाता है. इसमें विटामिन, आयरन और हेल्दी-फैट काफी अधिक मात्रा में होती है लेकिन कभी आपने सोचा है कि भिगोए हुए बादाम या सूखे हुए बादाम दोनों में से ज्यादा फायदेमंद कौन है? आइए जानें दोनों में से स्वास्थ्य के लिए ज्यादा बेहतर कौन सा है?
सूखे बादाम
जैसा कि नाम से पता चलता है, सूखे बादाम अपनी मूल, असंशोधित अवस्था में बादाम होते हैं. इन्हें बादाम के पेड़ों से काटा जाता है, खोल दिया जाता है और हवा में सुखाया जाता है. ये कुरकुरे, खाने के लिए तैयार बादाम एक लोकप्रिय स्नैकिंग और स्वादिष्ट ऑप्शन हैं.सूखे बादाम की सुविधा इसके मुख्य फायदों में से एक है. वे शेल्फ-स्थिर होते हैं और बिना सड़ने के लंबे समय तक रखे जा सकते हैं. इसके अलावा, सूखे बादाम को आपके नियमित आहार में शामिल करना आसान है, चाहे सलाद पर छिड़का जाए, बादाम मक्खन में मिलाया जाए, या बस अकेले ही खाया जाए. सूखे बादाम भी पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं. वे विटामिन ई, मैग्नीशियम और आहार फाइबर का उत्कृष्ट सोर्स है. ये पोषक तत्व हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने, पाचन में सहायता करने और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
क्या कहता है रिसर्च
76 लोगों पर 8-सप्ताह तक एक रिसर्च किया गया जिसमें पाया गया कि भीगे हुए बादामा खाने से पाचन में कोई खास सुधार नहीं हुई है. इसके अलावा भीगे हुए बादाम में फाइटिक एसिड का स्तर कच्चे बादाम की तुलना में समान या थोड़ा अधिक था.
रिसर्च के मुताबिक बादाम में एंटीन्यूट्रिएंट्स भी होते हैं, जो कैल्शियम, आयरन, जिंक और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्वों के पाचन और पेट में दिक्कत पैदा कर सकते हैं. भीगे हुए बादाम सूखे बादाम की तरह ही होते हैं जिन्हें एक निश्चित अवधि के लिए पानी में डुबोया जाता है. माना जाता है कि भिगोने की यह प्रक्रिया कुछ एंजाइमों को सक्रिय करती है, जिससे बादाम को पचाना आसान हो जाता है और पोषक तत्वों का अवशोषण बढ़ जाता है.
भीगे हुए बादाम के फायदे
फ़ूड बायोफ़िज़िक्स के अनुसार, भीगे हुए बादाम का प्राथमिक लाभ पाचनशक्ति में सुधार है. कुछ लोगों का मानना है कि भीगे हुए बादाम पेट के लिए कठोर नहीं होते हैं और सूखे बादाम की तुलना में कम सूजन या परेशानी पैदा करते हैं. भिगोने से फाइटिक एसिड के स्तर को कम करने में भी मदद मिलती है, एक एंटी-पोषक तत्व जो खनिजों के अवशोषण को रोक सकता है.इसके अलावा, भीगे हुए बादाम को अधिक पोषक तत्व वाला माना जाता है. भिगोने की प्रक्रिया से अधिक पोषक तत्व निकल सकते हैं, जिससे वे आपके शरीर के लिए अधिक जैवउपलब्ध हो जाएंगे. कुछ लोग दावा करते हैं कि भीगे हुए बादाम नरम होते हैं और उन्हें बादाम के दूध में मिलाना या व्यंजनों में शामिल करना आसान होता है.
सेहत के लिए बेहतर कौन सा है? सूखे या भीगे हुए बादाम?
यदि आप सूखे बादाम को अधिक सुविधाजनक तरीके से खाना पसंद करते हैं और नाश्ते के रूप में बादाम के स्वादिष्ट कुरकुरेपन की सराहना करते हैं तो आप सूखे बादाम खा सकते हैं. इनमें पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं और इन्हें आप रोजाना खा सकते हैं.
दूसरी ओर अगर आपको पेट या पाचन संबंधी कोई दिक्कत है तो आप भिगो हुए बादाम खा सकते हैं. इससे आपको पचने में कोई भी दिक्कत नहीं होगी. क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन होते हैं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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