इन पांच कारणों से होता है पीरियड्स शुरू होने से पहले ही स्पॉटिंग, जानें इससे कैसे बचें
हर महीने महिलाओं को पीरियड्स के दौरान कई हॉर्मोनल बदलावों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में पीरियड्स शुरू होने से पहले स्पॉटिंग हो तो जानें इसके लिए क्या करें..
हर महीने जब महिलाओं को पीरियड्स होते हैं, तो उनके शरीर में कई बदलाव होते हैं. लेकिन कभी-कभी पीरियड्स शुरू होने से पहले ही हल्की ब्लीडिंग होती है, जिसे 'स्पॉटिंग' कहा जाता है. यह आमतौर पर चिंता की बात नहीं होती, लेकिन इसके कई कारण हो सकते हैं. आज हम जानेगे कि स्पॉटिंग के पांच प्रमुख कारण और इससे बचने के आसान उपाय बताएंगे, ताकि आप इस समस्या से आसानी से निपट सकें.
हार्मोनल असंतुलन
हार्मोनल असंतुलन स्पॉटिंग का सबसे सामान्य कारण है. जब शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन हॉर्मोन का संतुलन बिगड़ जाता है, तो पीरियड्स में देर या चूक हो सकती है, जिससे हल्की स्पॉटिंग हो सकती है. इससे बचने के लिए रोजाना व्यायाम करें, बैलेंस डाइट लें और तनाव को कम करें.
गर्भनिरोधक गोलियां
गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन से भी स्पॉटिंग हो सकती है, खासकर अगर आपने हाल ही में गोली बदल दी हो या नई शुरू की हो. इससे बचने के लिए डॉक्टर से परामर्श लें, सही गोली का चयन करें और गोलियों का सेवन समय पर करें.
थायरॉइड समस्याएं
थायरॉइड ग्रंथि की समस्याएं, जैसे हाइपोथायरॉइडिज्म या हाइपरथायरॉइडिज्म, भी स्पॉटिंग का कारण बन सकती हैं. इससे बचने के लिए रोजाना थायरॉइड की जांच करवाएं और डॉक्टर की सलाह पर थायरॉइड मेडिकेशन लें.
गर्भावस्था
अगर आप गर्भवती हैं, तो शुरुआती हफ्तों में स्पॉटिंग हो सकती है, जिसे इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग कहा जाता है. इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें और गर्भावस्था की पुष्टि करवाएं.
यूटरिन या सर्विकल पॉलीप्स
यूटरिन या सर्विकल पॉलीप्स (गांठ) भी स्पॉटिंग का कारण बन सकते हैं. ये नॉन-कैंसरस गांठें होती हैं, लेकिन इन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. इससे बचने के लिए नियमित चेक-अप करवाएं और डॉक्टर की सलाह पर इलाज करवाएं.
स्पॉटिंग से बचने के उपाय
- बैलेंस डाइट : अपने खाने में हरी सब्जियां, फल, और प्रोटीन युक्त भोजन शामिल करें. जंक फूड और अधिक तले हुए खाने से बचें.
- रोजाना व्यायाम करें : हर दिन थोड़ा समय व्यायाम के लिए निकालें. योग और मेडिटेशन भी तनाव कम करने में मदद करते हैं.
- हाइड्रेशन: दिनभर पर्याप्त पानी पिएं. हाइड्रेटेड रहने से शरीर के सभी सिस्टम सही से काम करते हैं.
- तनाव कम करें: तनाव को कम करने के लिए योग और ध्यान का सहारा लें. समय-समय पर ब्रेक लें और अपनी पसंदीदा गतिविधियों में शामिल हों.
- सही गर्भनिरोधक का चुनाव: गर्भनिरोधक गोलियों का सही उपयोग करें और डॉक्टर से परामर्श लें. सही समय पर गोलियों का सेवन करें.
- पर्याप्त नींद: हर दिन 7-8 घंटे की नींद लें. नींद की कमी से हॉर्मोनल असंतुलन हो सकता है.
- आयरन युक्त भोजन: खाने में आयरन से भरपूर चीजें शामिल करें, जैसे पालक, केले, और फलियां. खून की कमी से बचने के लिए आयरन महत्वपूर्ण है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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