नई दिल्लीः फिट रहने के लिए श्रीदेवी पावर योगा करती थीं और हफ्ते में चार दिन टेनिस खेलती थीं. सवाल हुए कि श्रीदेवी इतनी फिट थीं तो मौत कैसे हुई? सोशल मीडिया पर श्रीदेवी को लेकर जो दावे किए जा रहे हैं उनमें से एक ये है कि अपने बढ़ते वजन को रोकने के लिए श्रीदेवी विदेश जाकर बॉडी स्लिमिंग ट्रीटमेंट करवाती थी यानि मशीन से शरीर की चर्बी कम करवाने का इलाज. इतना ही नहीं, बॉडी स्लिमिंग ट्रीटमेंट से कम किए वजन को मेंटेन रखने के लिए श्रीदेवी कुछ ऐसी दवाईयां भी लेती थी जिससे उनको कम भूख लगे. ऐसे में आपके मन में ये सवाल उठ रहा होगा कि भला ये बॉडी स्लिमिंग क्या है और कैसे होती है?
बॉडी स्लिमिंग और दवाईयों से वजन कम करने वाले दोनों दावों की पड़ताल के लिए एबीपी न्यूज ने बेरियाट्रिक एक्सपर्ट डॉक्टर दीप गोयल से बातचीत की. डॉक्टर के मुताबिक, टमी फैट कम करने का दो तरीके होते हैं. एक तरीका होता है लाइपोसक्शन जिसमें पेट में सुराग कर फैट निकलाते हैं इसको बार-बार करवाना शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है. दूसरा तरीका है बेट्रियाटिक सर्जरी इसमें पेट का आकार छोटा कर देते हैं जिससे भूख कम लगती है. डॉक्टर के मुताबिक, इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है. डॉक्टर दीप ने बताया कि ऐसी कोई दवा नहीं है जिससे वजन कम हो जाएं. वजन कम करने की सारी दवाईयों का साइड इफेक्ट होता है. बिना किसी डॉक्टर की सलाह के ये दवाईयां नहीं लेनी चाहिए.
लाइपोसक्शन सर्जरी एक्सपर्ट डॉ. निशांत का कहना है कि लाइपोसक्शन सर्जरी और बेरियाट्रिक सर्जरी दोनों ही मरीज के लिए फायदेमंद हैं. वजन कम करने वाली सर्जरी मरीजों के लिए फायदेमंद है लेकिन ये सर्जरी उन्हीं लोगों की होती हैं जिनको इसकी सबसे ज्यादा जरूरत होती है. डॉक्टर का कहना है कि किसी भी सर्जरी के दौरान जो इफेक्ट बॉडी को होते हैं वजन कम करने वाली सर्जरी के दौरान भी वही इफेट्स रहते हैं. इस तरह की सर्जरी से कार्डिएक इफेक्ट नहीं होते. लेकिन बेहोशी के लिए जाने वाला एनेस्थिसिया का इफेक्ट बेशक हार्ट और लीवर पर पड़ता है लेकिन ये तो अन्य सर्जरी में भी दिया जाता है. किसी भी चीज की अति शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकती है. हां, हार्मोस को कम-ज्यादा करने वाले ट्रीटमेंट का बॉडी पर बहुत इफेक्ट पड़ता है क्योंकि इससे बॉडी के नेचर को अल्टर किया जा रहा है. हार्मोन ट्रीटमेंट को मान्यता भी प्राप्त नहीं है.
डॉक्टरों का साफ कहना है कि बॉडी स्लिमिंग सर्जरी से किसी की मौत नहीं होती.
ये एक्सपर्ट के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.