रात में देर तक जागने वालों को रहता है डायबिटीज का खतरा, रिसर्च में हुआ खुलासा
यदि आप सुबह के समय अपने आप को सुस्त महसूस कर रहे हैं, लेकिन शाम आते-आते एनर्जी से भरपूर हो जाते हैं. तो हो सकता है कि आप रात भर जागते रहें.
यदि आप सुबह के समय अपने आप को सुस्त महसूस कर रहे हैं, लेकिन शाम आते-आते एनर्जी से भरपूर हो जाते हैं. तो हो सकता है कि आप रात भर जागते रहें. नींद का यह पैटर्न, जिसे क्रोनोटाइप के रूप में जाना जाता है. टाइप 2 डायबिटीज की टहाई सेंसेटिव और अनहेल्दी लाइफस्टाइल से जुड़ा हुआ है. 'जर्नल एनल्स ऑफ इंटरनल मेडिसिन' में पब्लिश रिसर्च में पाया गया कि भले ही कई लोग जो रात में जल्दी सो नहीं पाते हैं.
डायबिटीज का खतरा रहता है
वे धूम्रपान, कम शारीरिक गतिविधि या अत्यधिक शराब का सेवन जैसे अस्वास्थ्यकर जीवनशैली अपनाते हैं. लेकिन उन लोगों की तुलना में उनमें मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है. सभी जीवनशैली कारकों को हटा दिए जाने पर भी शुरुआती 19 प्रतिशत की वृद्धि हुई. मुख्य लेखिका, ब्रिघम और महिला अस्पताल और हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में पोस्टडॉक्टरल रिसर्च फेलो, सिना कियानेरसी ने कहा कि रात में जागने वाले लोगों को आठ साल की अवधि में मधुमेह विकसित होने का जोखिम 72 प्रतिशत तक बढ़ जाता है.
डायबिटीज के जेनेटिक कारण
डायबिटीज होने के पीछे जेनेटिक कारण तो होते ही हैं. वहीं कम सोने के कारण भी डायबिटीज हो सकती है. यह सब बायॉलोजिकल घड़ी होती है. जिसे सर्कैडियन लय के रूप में जाना जाता है. जबकि माना जाता है कि नींद के कालक्रम में वंशानुगत घटक होते हैं, उन्हें ठोस प्रयास से नया आकार भी दिया जा सकता है. प्रारंभिक पक्षी, जो सूर्य के साथ उगने की सहज इच्छा रखते हैं, मेलाटोनिन के पहले रिलीज का अनुभव करते हैं, जिससे सुबह के समय उनकी सतर्कता बढ़ जाती है. रात के उल्लू देर के घंटों में मेलाटोनिन निकलने लगता है, जिसके परिणामस्वरूप सुबह में थकान और बाद में शाम में एनर्जी महसूस होती है.
नींद में कमी के कारण कई तरह से शरीर प्रभावित होते हैं
जब नींद इन जटिल लय को बाधित करती है, तो हमारे शरीर के भीतर अराजकता पैदा हो जाती है. हार्मोन स्राव बदल जाता है, तापमान विनियमन गड़बड़ा जाता है, और चयापचय पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है. इसके बाद होने वाला डोमिनो प्रभाव न केवल मधुमेह का खतरा बढ़ाता है बल्कि हमें हृदय रोग और अन्य पुरानी बीमारियों की ओर भी ले जाता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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