क्या 'टॉयलेट सीट' पर बैठने से STI और UTI फैल सकता है? एक्सपर्ट से जानें इसका जवाब
अगर आप किसी इन्फेक्टेड टॉयलेट सीट पर बैठ रहे हैं तो इसको लेकर सतर्क रहें कि आपके शरीर पर कोई ऐसे घाव न हों, जिनमें STI के बैक्टीरिया प्रवेश कर सकें.
सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन (STI) एक ऐसी बीमारी है, जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में सेक्शुअल इंटरकोर्स के जरिए फैलती है. यह इन्फेक्शन आमतौर पर ओरल, वजाइनल और एनल इंटरकोर्स की वजह से फैलता है. लेकिन क्या टॉयलेट सीट के कारण भी आप इस इंफेक्शन के शिकार हो सकते हैं? कई लोगों ने इस बात को लेकर चिंता जाहिर की है कि अगर STI से पीड़ित व्यक्ति टॉयलेट का इस्तेमाल करता है तो क्या किसी अन्य व्यक्ति को टॉयलेट सीट के जरिए ये इन्फेक्शन फैल सकता है? आइए जानते हैं इस बारे में...
दरअसल सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन टॉयलेट सीट के जरिए किसी दूसरे व्यक्ति में नहीं फैल सकता. ऐसा इसलिए क्योंकि ये इन्फेक्शन आमतौर पर वायरल या बैक्टीरिया होते हैं, जो एनवायरनमेंट में ज्यादा समय तक जिंदा नहीं रह पाते. यही वजह है कि टॉयलेट सीट के जरिए इस इन्फेक्शन के कॉन्टैक्ट में आने की संभावना बहुत कम होती है. हालांकि यहां एक बात का ध्यान आपको जरूर रखना होगा. अगर आप किसी इन्फेक्टेड टॉयलेट सीट पर बैठ रहे हैं तो इसको लेकर सतर्क रहें कि आपके शरीर पर कोई ऐसे घाव न हों, जिनमें STI के बैक्टीरिया प्रवेश कर सकें. अगर ऐसा कोई भी घाव आपके शरीर पर है, जो टॉयलेट सीट पर मौजूद बैक्टीरिया के कॉन्टैक्ट में आता है तो इसकी संभावना है कि आप STI के शिकार हो सकते हैं.
क्या टॉयलेट सीट से UTI हो सकता है?
टॉयलेट का इस्तेमाल करते वक्त हमारा मूत्रमार्ग टॉयलेट सीट के संपर्क में नहीं आता. इसलिए टॉयलेट सीट की वजह से यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन यानी UTI के फैलने का खतरा नहीं रहता. लेकिन अगर आपका मूत्रमार्ग किसी भी वजह से टॉयलेट सीट के कॉन्टैक्ट में आता है तो UTI की चपेट में आने की संभावना बढ़ सकती है. हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, टॉयलेट सीट से STI और UTI फैल सकता है, लेकिन ऐसा होने की संभावना बहुत कम रहती है. STI के बैक्टीरिया को जिंदा रहने के लिए उनके अनुकूल वातावरण की जरूरत होती है. अगर इन्हें यह वातावरण नहीं मिलता तो ये ज्यादा समय तक जिंदा नहीं रह पाते.
STI और UTI से कैसे रखें खुद को सुरक्षित?
STI और UTI से खुद को सुरक्षित रखने के लिए आप कुछ उपाय अपना सकते हैं, जैसे:-
1. सेक्शुअल इंटरकोर्स के दौरान कंडोम और डेंटल डैम का इस्तेमाल करें.
2. प्राइवेट पार्ट की स्वच्छता बनाए रखें.
3. अपने अंडरवियर रोजाना बदलें.
4. टैटू सुई जैसे इंजेक्शन को किसी और के साथ शेयर ना करें.
5. एचपीवी और हेप बी की वैक्सीन लगवाएं
6. एक से ज्यादा लोगों के साथ शारीरिक संबंध न बनाएं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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