Stomach Cancer: कैंसर के खतरनाक प्रकारों में एक पेट का कैंसर भी शामिल है, जिसे गैस्ट्रिक कैंसर भी कहा जाता है. गैस्ट्रिक कैंसर पेट की सेल्स में होने वाली ग्रोथ से शुरू होता है. गैस्ट्रिक कैंसर में पेट की सेल्स के DNA में छोटे-छोटे चेंजेस होते हैं, जो इसे बढ़ाने के लिए उकसाते हैं. इसके बाद ये स्टोर होने लगते हैं, जिससे सेल्स में एब्नॉर्मल ग्रोथ होना शुरू हो जाती है और यही ट्यूमर का रूप ले लेती है. आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताने जा रहे हैं, जिसकी मदद से आप पेट के कैंसर के रिस्क को कम कर सकते हैं.


पेट के कैंसर से ऐसे बचें


क्रूसिफेरस सब्जियां: पत्तागोभी, ब्रोकोली, ब्रुसेल्स स्प्राउट्स, बोक चॉय, शलजम, फूलगोभी, केल, मूली और वसाबी जैसी क्रूसिफेरस सब्जियों को खाने से पेट के कैंसर के खतरे को कम करने में मदद मिलेगी. क्योंकि इन में सल्फोराफेन जैसे फाइटोकेमिकल्स पाए जाते हैं और इन फाइटोकेमिकल्स में एंटी-कैंसर गुण होते हैं.


लहसुन: लहसुन में एलिसिन पाया जाता है. इस एलिसिन में एंटी-कैंसर गुण होते हैं. यही वजह है कि लहसुन का सेवन करके कैंसर जैसी घातक बीमारी को मात दी जा सकती है. 


साइट्रस फ्रूट्स: अंगूर, संतरे और नींबू जैसे साइट्रस फ्रूट्स में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है. इनका सेवन करने से पेट के कैंसर के रिस्क को कम किया जा सकता है. फ्रंटियर्स इन फिजियोलॉजी जर्नल में पब्लिश एक रिसर्च से मालूम चलता है कि विटामिन सी कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकता है.  


प्रोसेस्ड मीट: प्रोसेस्ड मीट को पेट के साथ-साथ बॉवेल कैंसर से भी जोड़ा गया है. रेड मीट को ग्रुप 2A कार्सिनोजेन में वर्गीकृत किया गया है, जिसका मतलब है कि ये कैंसर पैदा करने की वजह बन सकता है. अगर आप इससे परहेज करेंगे तो पेट के कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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