Strep A Infection Symptoms: कौन सी बीमारी कब गंभीर हो जाए, कहा नहीं जा सकता है. मामूली सा इंन्फेक्शन जानलेवा हो जाती हैं. वहीं, कैंसर जैसी बीमारी समय पर इलाज मिलने पर ठीक होती है. डॉक्टरों का कहना है कि किसी भी बीमारी से बचाव के लिए अहतियात और उसके लक्षणों की जानकारी होना जरूरी है. अमेरिका में एक ऐसा ही गंभीर मामला सामने आया है. जहां एक बच्चे को ट्रेडमिल पर दौड़ते हुए मामूली चोट लगी. इफेक्शन गंभीर हुआ और बच्चे की मौत तक हो गई. आइए जानने की कोशिश करते हैं कि ये बीमारी क्या है, कैसे इससे बचा जा सकता है?



अमेरिका में 11 वर्षीय बच्चे की हुई मौत


मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित विंटर पार्क निवासी जेसी ब्राउन ऐसे ही पैर में चोट लगने के कारण गंभीर इन्फेक्शन की चपेट में आ गए. जेसी ब्राउन की उम्र महज 11 वर्ष थी. बाद में संक्रमण इतना गंभीर हुआ कि जेसी ब्राउन की जान चली गई. परिवार के सदस्यों ने बताया कि पैर में हुए संक्रमण की वजह से जेसी की मौत हुई. 



ट्रेडमिल पर दौड़ते हुए हुआ स्ट्रेप ए इन्फेक्शन 


परिवार के सदस्योें ने बताया कि जेसी ने हाल ही में एक ट्रेडमिल पर दौड़ते समय अपना पैर घायल कर लिया था. उसके पूरे पैर पर धब्बेदार, बैंगनी, लाल चोट के निशान दिख रहे थे. सूजन अधिक आने लगी. इन्फेक्शन तेजी से फैला तो तुरंत उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया. हालत बिगड़ने पर आईसीयू में रखना पड़ा. डॉक्टरों ने बताया कि जेसी ब्राउन को ग्रुप ए स्ट्रेप्टोकोकस बैक्टीरिया के कारण स्ट्रेप ए इन्फेक्शन हो गया था. 


क्यों नहीं बच सकी जान?


स्ट्रेप ए इन्फेक्शन जानलेवा हो सकता है. लेकिन समय पर इलाज मिलने पर पेशेंट की जान बचने की संभावना भी होती है. फिर जेसी ब्राउन की जांच क्यों नहीं बच सकी? यूएस सीडीसी के अनुसार, नेक्रोटाइज़िंग फासिसाइटिस एक दुर्लभ जीवाणु संक्रमण है जो शरीर में तेज़ी से फैलता है और मृत्यु का कारण बन सकता है. इससे बचाव के लिए तुरंत इलाज जरूरी होती है. जेसी ब्राउन को हल्की सूजन, बुखार की शिकायत देखने को मिली. परिवार के सदस्यों ने इसे हल्के में लिया. इन्फेक्शन अधिक होने पर हालत बिगड़ी, तबतक हालात काबू से बाहर हो चुके थे. 


क्या है स्ट्रेप ए इन्फेक्शन और बचाव 


स्ट्रेप ए यानी स्ट्रेप्टोकॉकस ए बैक्टीरिया के अटैक के कारण होता है. आमतौर पर सर्दियों में बच्चों के गले और त्वचा को प्रभावित करता है. आमतौर पर स्ट्रेप ए के अधिकांश मामले खुद से ठीक हो जाते हैं. लेकिन कुछ में यह परेशानी का सबब बन जाते हैं. इसके लक्षणों की बात करें तो बच्चों की स्किन में दाने, गले में खराश और तेज बुखार होने लगता है. गाल पफूलना, मांसपेशियों में दर्द, थकान, कान में सक्रमण, त्वचा में घाव दिख सकते हैं. लक्षण एक सप्ताह तक रह सकते हैं. कुछ मामलों में यह लक्षण नजर नहीं आते हैं. परेशानी होने पर तुंरत डॉक्टर को दिखाना चाहिए. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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