Retail Therapy Benefits:  घर हो, ऑफिस या कोई और भी जगह..आजकल लाइफ बिजी हो गई है. काम का प्रेशर और प्रॉब्लम्स से डील करते-करते आप कब स्ट्रेस और टेंशन लेने लगते हैं पता ही नहीं चलता है. बेहतर लाइफस्टाइल (lifestyle) की चाह में खुद के लिए रुककर सोचने का वक्त ही नहीं रह गया है. ऐसे में स्ट्रेस या टेंशन उसपर हावी होने लगता है. ऐसे में इससे छुटकारा पाने लोग अलग-अलग तरीका अपनाते हैं. कोई म्यूजिक थेरेपी का सहारा लेता है तो कोई ट्रैवल पर जाना पसंद करता है. लेकिन आज हम आपको जिस थेरेपी के बारें में बताने जा रहे हैं, वह है रिटेल थेरेपी (Retail therapy) यानी शॉपिंग थेरेपी. यह आपके मूड को न सिर्फ बेहतर बनाता है बल्कि फिर से एनर्जेटिक कर देता है. महिलाओं के लिए इस थेरेपी के अलग ही फायदे हैं.

 

रिटेल थेरेपी और एक्सपर्ट की राय

मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, रिटेल थेरेपी को एक तरह से 'कम्फर्ट बाइस' के तौर पर भी माना जाता है. इनका दिमाग पर उसी तरह असर पड़ता है जैसा कम्फर्ट फूड का पड़ता है. मेंटल टेंशन को कम करने के लिए, रिटेल थेरेपी मददगार होती है.

 

रिटेल थेरेपी से होने वाले फायदे

 

कंट्रोल पाने का विश्वास आता है

रिटेल थेरेपी यानी कि शॉपिंग के बाद इंसान के अंदर चीजों पर कंट्रोल पाने का भरोसा आ जाता है. चाहे कैसी भी परिस्थिति हो, वह पॉजिटिव सोचने लगता है और समस्याओं से बाहर आ जाता है.

 

पॉजिटिव इंपैक्ट दिखता है

अट्रैक्टिव चीजों को खरीदने के बाद उनका इस्तेमाल करते वक्त इंसान भी पॉजिटिव और अट्रैक्टिव महसूस करने लगता है. इससे शॉपिंग का पॉजिटिव इपैक्ट तुरंत ही दिखने लगता है.

 

कोई भी प्लानिंग पूरी होती है

शॉपिंग के समय अलग-अलग वक्त के हिसाब से चीजें खरीदी जाती हैं. इससे किसी तय योजना का काम भी पूरा हो जाता है और अगर योजना बजट के अंदर पूरी हो जाए तो खुशी दोगुनी हो जाती है.

 

हैप्पीनेस मिलती है

शॉपिंग के बाद शरीर और दिमाग के कुछ हिस्से ट्रिगर हो जाते हैं जिससे डोपामाइन रिलीज हो जाता है. इसे खुशी को बढ़ाने वाला एलिमेंट माना जाता है. इससे मूड काफी अच्छा हो जाता है और मन खुश.

 

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