बारिश के मौसम में महंगाई काफी बढ़ जाती है और अच्छी सब्जियां मिलना कई बार मुश्किल हो जाता है. इस सीजन में पत्तेदार सब्जियों में कीड़े पड़ जाते हैं और अरबी या कटहल जैसी सब्जियां कब्ज कर देती हैं. कुल मिलाकर हरी सब्जियों के नाम पर बस लौकी और तौरी जैसी सब्जियां बचती है जिनको रोजाना खाने पर बोरियत आने लगती है. तो अगर आप भी इस बारिश के सीजन में कुछ सब्जियों के विकल्प तलाश रहे हैं तो हम आपको बताते हैं वो पांच फूड आयटम जिनको सब्जियों की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं या उनसे बेहतरीन सब्जियां बना सकते हैं.
सबसे बेहतर है दालें
भारतीयों के खाने में दालें जरूर शामिल होती है. लोग अलग अलग तरह से अपने लंच और डिनर में दालें इस्तेमाल करते हैं. अगर मानसून में सब्जियां महंगी हो गयी हों या अच्छी क्वालिटी की ना हों तो दालों का इनटेक बढ़ा सकते हैं. दालें प्रोटीन और फाइबर प्रदान करती हैं, साथ ही साथ विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होती हैं. अच्छी बात ये है कि आप इन्हें लंबे टाइम तक स्टोर कर सकते हैं और ये ज्यादा महंगी भी नहीं होती. दाल खाना काफी न्यूट्रिशयस फूड माना जाता है. इतना ही नहीं दालों से कई तरह के सब्जियां भी तैयार होती हैं. जैसे दालों की सूखी बड़ी, ताजा बड़ी. इस मौसम में आप राजमा, सूखे मटर, चना और मूंग की दाल से हेल्दी व्यंजन तैयार कर सकते हैं.
पनीर और टोफू भी अच्छा ऑप्शन
पनीर तो इंडियन खाने में सबसे टेस्टी खाना होता है और थोड़ा लैविश भी होता है . ऐसे में अगर आपको बारिश की वजह से अच्छी सब्जियां नहीं मिल पा रही या बहुत महंगी मिल रही हैं तो पनीर की सब्जी को रुटीन में अपने लंच और डिनर में शामिल करें. पनीर के साथ खास बात ये है कि ये टेस्टी बहुत होता है और इसको बनाने की सैकड़ों रेसिपी हैं. ज्यादा हेल्दी ऑप्शन के लिए पनीर की जगह टोफू ले सकते हैं जो सोया मिल्क से बनता है. ये दोनों ही वेजेटेरियन्स के लिए प्रोटीन और कैल्शियम का अच्छा सोर्स हैं. आप चाहे तों पनीर बाजार से ला सकते हैं या घर में भी दूध को फाड़कर पनीर बना सकते हैं.
सेहत से भरपूर सोयाबिन
सोयाबीन भी प्रोटीन का अच्छा सोर्स है और बारिश के मौसम में सब्जियों का अच्छा विकल्प है. सोयाबीन को कई तरह से बनाया जा सकता है. सोया चंक्स को सब्जी के तौर पर खाते हैं. इसके अलावा सोया चाप तो वेजेटेरियन्स के लिए नॉनवेज जैसा ऑप्शन है. सोयाबीन के बीज दलहन श्रेणी के होते हैं और उनको दाल की तरह बनाया जा सकता है. बारिश में मौसम में जब घर में किसी दिन सब्जी ना हो तो सोयाबीन सब्जियों का बढ़िया रिप्लेसमेंट है और मजे की बात ये है कि इससे बहुत तरह की सब्जियां बनायी जा सकती है. 100 ग्राम सोयाबीन में करीब 36 ग्राम प्रोटीन होता है इसके अलावा इसमें दूसरे न्यूट्रिशन भी होते हैं जो आपकी सेहत के लिए अच्छे हैं. सोया को कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए भी जाना जाता है
अंडे खाना भी फायदेमंद
पहले लोग हर दिन अंडा खाने से बचते थे लेकिन अब ये कॉन्सेप्ट बदल गया है और आप चाहें तो हर दिन अंडा खा सकते हैं. इसीलिए बारिश के मौसम में जब सब्जियां महंगी हैं या आसानी से नहीं मिल रही तो अंडा सबसे आसान हेल्दी विकल्पों में से एक है.अंडे में सबसे ज्यादा प्रोटीन होता है और एक अंडे में लगभग 75 कैलोरी होती हैं. अंडे में कैल्शियम और ओमेगा-3 फैटी एसिड भी मिलता है इसलिए सेहत के लिहाज से अच्छा ऑप्शन है. अंडे में फैट बहुत कम होता है इसलिए हेल्दी भी है. अंडे की कोई भी सब्जी बनायें जैसे एग भुर्जी, या एग करी या मसाला करी सब खाने में टेस्टी होती है.
बेसन है बेहतर विकल्प
चने को पीसकर बेसन बनता है इसलिए बेसन में प्रोटीन और दूसरे न्यूट्रिशन खूब होते हैं हालांकि हो सकता है कि बेसन से अब तक आपने कढ़ी और पकौड़े ही बनाये हों लेकिन देश के कई दूसरे हिस्सों में बेसन से कई सब्जियां भी बनायी जाती हैं. बेसन के टिक्के की सब्जी, बेसन के पापड़ की सब्जी, बेसन के कतरे की सब्जी, बेसन के मगौड़े और बेसन के फ्राई बीन्स ये सब सब्जियां रुटीन में बनायी जा सकती है. इसके अलावा राजस्थान की फेमस गट्टे की सब्जी भी बेसन से बनती है. बेसन की सभी सब्जियां खाने में खूब टेस्टी होती हैं. आराम की बात ये है कि बेसन की कोई सब्जी ज्यादा महंगी भी नहीं पड़ती और आसानी से बन भी जाती हैं.
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