मॉर्डन लाइफस्टाइल में लोगों को सेहत से जुड़ी दिक्कतें हो रही है. खासकर इस वक्त बढ़ता हुआ वजन सबसे बड़ी समस्या है. अगर इसे वक्त रहते कंट्रोल नहीं किया गया तो यह काफी ज्यादा दिक्कतें पैदा कर सकती है. इसके लिए सबसे पहले आपको अपने डाइट पर कंट्रोल रखना होगा साथ ही आपको रोजाना चीनी-नमक की मात्रा का ध्यान रखना होगा. आपको देखना होगा कि चीनी और नमक किस तरह से सेहत को नुकसान और फायदा दोनों पहुंचाती है. 


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक व्यक्ति हर दिन 15 ग्राम नमक खाता है , लेकिन एक व्यक्ति को हर दिन सिर्फ 6 ग्राम ही नमक खाना चाहिए. सोडियम शरीर के लिए काफी ज्यादा जरूरी है लेकिन शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ने से  अस्थमा, सीन में जलन, अस्थि रोग, सूजन और हाई ब्लड प्रेशर की दिक्कत शुरू हो सकती है. 


नमक और चीनी दिल के लिए कौन ज्यादा है खतरनाक


चीनी किस तरह से दिल को करता है खराब


नेचुरल शुगर आपके लिए प्रोसेस्ड शुगर या आर्टिफिशियल स्वीटनर्स जितनी खराब नहीं होती हैं. जंक फूड जैसे- सॉफ्ट ड्रिंक्स, प्रोसेस्ड जूस, कुकीज, कैंडीज और केक में जिस तरीके का रिफाइंड शुगर होता है वह आपके सेहत के लिए बेहद खतरनाक है. जामा इंटरनेशनल जर्नल ऑफ मेडिसिन में पब्लिश एक रिपोर्ट के मुताबिक जिन्होंने ज्यादा चीनी खाई उन्हें दिल की बीमारी से मरने का जोखिम ज्यादा बढ़ गया है. इसलिए हमेशा ध्यान रखें कि आप जितना भी चीनी खाएंगे इससे आपको दिल की बीमारी का खतरा बढ़ेगा. 


चीनी खाना भी है जरूरी है लेकिन अगर आप ज्यादा मात्रा में खाते हैं तो यह आपकी सेहत के लिए काफी ज्यादा खतरनाक है इसलिए चीनी ओवर इटिंग न करें. खासकर प्रोसेस्ड शुगर या आर्टिफिशियल स्वीटनर्स खाने से बचें.


नमक आपके दिल को कैसे नुकसान पहुंचा सकता है


नमक में सोडियम की मात्रा काफी ज्यादा होती है. इसलिए इसे अधिक मात्रा में या खाना के ऊपर से खाने से बचें. यह सिर्फ दिल के लिए ही नहीं पूरे शरीर के लिए भी बेहद खतरनाक है. एक जवान आदमी को हर दिन 1500 मिलीग्राम सोडियम खाना चाहिए. वहीं हर वयस्क व्यकित को हर दिन 5 ग्राम से कम नमक खाना चाहिए. नमक सोडियम का एकमात्र सोर्स नहीं है. ब्रेड, पिज्जा, सैंडविच, कोल्ड मीट, सूप, नमकीन स्नैक्स, चिकन, पनीर, ऑमलेट ये सब में सोडियम की मात्रा काफी अधिक होती है. 


सोडियम हमारी किडनी पर काफी ज्यादा बुरा असर डालता है. साथ ही ये शरीर में पानी भी हो सकता है. ये हाई ब्लड प्रेशर का कारण भी बन सकता है. 


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