Health Risk: ज्यादा तापमान से हज यात्रियों की जा रही है जान, जानें कितना टेंपरेचर झेल सकता है हमारा शरीर
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मक्का में तापमान पिछले हफ्ते के आखिरी में 51.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था. जिससे हज यात्रियों का काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
High Temperature For Health : इन दिनों भीषण गर्मी से हालत खराब हैं. भारत के कई हिस्सों में तापमान काफी ज्यादा हो गया है. इसकी वजह से मक्का में हज यात्रियों की परेशानी भी बढ़ गई है. सोशल मीडिया पर जो तस्वीरें आ रही हैं, वह स्थिति को बयां करने के लिए काफी है. कई रिपोर्ट्स में बताया गया है कि सऊदी अरब में हज करने गए सैकड़ों तीर्थयात्रियों की मौत हो गई है. इसका कारण भीषण गर्मी, ज्यादा तापमान, आश्रय या पानी की कमी बताया जा रहा है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मक्का में तापमान पिछले हफ्ते के आखिरी में 51.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था. जिससे हज यात्रियों का काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल, जब तापमान शरीर के बर्दाश्त से बाहर हो जाता है तो खतरनाक हो सकता है. ऐसे में जानिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं...
शरीर कितना तापमान झेल पाता है
वैज्ञानिकों के मुताबिक, हमारा शरीर 36 डिग्री सेल्सियस से 37.5 डिग्री सेल्सियस तक तापमान पर सबसे सही तरह काम करता है. 40 डिग्री सेल्सियस तापमान पहुंचने पर लो ह्युमिडिटी के लेवल पर खतरनाक हो सकता है. चूंकि तापमान 50 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया है, ऐसे में जान जाने का भी जोखिम है.
गर्मी से मौत क्यों हो जाती है
1. ज्यादा गर्मी की वजह से शरीर का अंदरूनी तापमान 104°F (40°C) से ज्यादा बढ़ जाता है. जिससे उसका कूलिंग सिस्टम प्रभावित होता है. ऐसे में उसे बाहरी मदद की जरूरत पड़ती है.
2. शरीर का ज्यादा तापमान दिमाग की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है. इससे बेचैनी, अस्पष्ट आवाज, चिड़चिड़ापन, दौरे आने सकते हैं. ऐसे लक्षण में तुरंत डॉक्टर की मदद लेनी चाहिए.
3. शरीर ठंडा होने से स्किन में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, जिससे बाकी महत्वपूर्ण अंगों में ब्लड की सप्लाई ठीक तरह नहीं हो पाती है. इसके लिए हार्ट को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जो दिक्कतें पैदा कर सकता है.
4. अंगों में ब्लड सर्कुलेशन की कमी से कई अंग सही तरह काम ही नहीं करते हैं या फेल हो सकते है. किडनी, लिवर और मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं. ये ज्यादा तापमान से हो सकता है.
5. ज्यादा पसीना आने से शरीर में तरल पदार्थ की कमी और डिहाइड्रेशन का खतरा रहता है. जिससे सोडियम और पोटेशियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन भी बिगड़ सकता है. इसकी वजह से मांसपेशियों में ऐंठन, कमजोरी और हार्ट से जुड़ी समस्याएं हो सकती है.
तेज गर्मी में कैसे रखें ख्याल
1. अगर किसी इंसान को बहुत ज्यादा गर्मी लग रही है और वह उसे बर्दाश्त नहीं कर पा रहा है तो उसके कपड़े उतारकर गीले स्पंज, गीला कपड़े या पाइप से उसकी स्किन को गीला करें या ठंडे पानी से नहला भी सकते हैं. गर्दन, आर्मपिट और कमर जैसी जगहों पर आइस पैक या ठंडे, गीले कपड़े रख सकते हैं.
2. अगर इंसान होश में है और पानी पी सकता है तो उसे लिक्विड और इलेक्ट्रोलाइट्स की पूर्ति के लिए नॉर्मल पानी या स्पोर्ट्स ड्रिंक दें. कैफीन या नशीली चीजों से बचें.
3. शरीर का तापमान, हार्ट डिजीज और सांस पर भी नजर बनाए रखें. अगर कोई प्रतिक्रिया न रहे या सांस न चले तो सीपीआर कर सकते हैं.
4. हाइड्रेटेड रहें, जितना हो सके लिक्विड लें, एक्सरसाइज करते समम या गर्म मौसम में पानी जरूर पिएं.
5. हल्के, ढीले-ढाले और हल्के कलर वाले कपड़े पहनें. दोपहर के वक्त बाहर निकलने से बचें.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
ये भी पढ़ें: केला खरीदते वक्त कहीं आप भी तो नहीं करते हैं यह गलती? जानिए कैसे एक छोटी सी लापरवाही बन सकती है आपकी दुश्मन
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )