Sunita Williams: स्पेस में फंसी सुनीता विलियम्स की हड्डियां हो सकती हैं कमज़ोर, घेर सकती हैं ये बीमारियां
डॉक्टर्स के मुताबिक, स्पेस में गुरुत्वाकर्षण की कमी की वजह से एस्ट्रोनॉट्स की मांसपेशियां बहुत तेजी से कमजोर होती हैं, क्योंकि वे पृथ्वी की तुलना में काफी तेज खनिज खासकर कैल्शियम खोती हैं.
Sunita Williams Health Issues : भारतीय मूल की अमेरिकी एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) और उनके सहयोगी बुच विल्मोर पिछले 50 दिनों से स्पेस में फंसे हुए हैं. दोनों एस्ट्रोनॉट 5 जून, 2024 को बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए निकले थे. उनका यह मिशन सिर्फ 10 दिनों का ही था लेकिन स्पेसक्राफ्ट में तकनीकी खराबी की वजह से उनकी वापसी में दिक्कतें हो रही हैं.
अब रिपोर्ट्स में पता चला है कि सुनीता विलियम्स और विल्मोर को बाहरी अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण खिंचाव की कमी की वजह से मांसपेशियों और हड्डियों की डेंसिटी में कमी होने का खतरा है. इस कंडीशन को ऑस्टियोपोरोसिस कहते हैं. आइए जानते हैं इससे उन्हें क्या-क्या हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं...
एस्ट्रोनॉट को आने वाली हेल्थ प्रॉब्लम्स
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, मांसपेशियों का नुकसान (सरकोपेनिया) और हड्डियों के घनत्व (ऑस्टियोपोरोसिस) का शरीर पर अंतरिक्ष और धरती दोनों जगह प्रभाव पड़ सकता है. पृथ्वी पर, सरकोपेनिया से ताकत, संतुलन और गतिशीलता कम होती है. जिससे अचानक से गिरने और फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है.
वहीं, ऑस्टियोपोरोसिस के कारण हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, उनके टूटने का जोखिम ज्यादा रहता है. इन दोनों कंडीशन से सर्वाइव करने में कई दिक्कतें आ सकती हैं. इससे लाइफ में कई प्रॉब्लम्स फेस करने पड़ सकते हैं.
स्पेस में सेहत को क्या-क्या दिक्कतें हो सकती हैं
डॉक्टर्स के मुताबिक, स्पेस में गुरुत्वाकर्षण की कमी की वजह से एस्ट्रोनॉट्स की मांसपेशियां बहुत तेजी से कमजोर होती हैं, क्योंकि वे पृथ्वी की तुलना में काफी तेज खनिज खासकर कैल्शियम खोती हैं. जिसकी वजह से हड्डियों के घनत्व और मांसपेशियों की ताकत में कमी आ जाती है. इस समस्या को लेकर जब धरती के गुरुत्वाकर्षण में एस्ट्रोनॉट्स लौटते हैं तो उन्हें गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.
मसल्स पर भी पड़ता है असर
अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण की कमी से 'सुनीता विलियम्स' और 'बुश विलमोर' मांसपेशियों और हड्डियों में घनत्व में कमी भी महसूस कर सकते हैं, जोकि ऑस्टियोपोरोसिस की स्थिति है. ISS पर व्यायाम दिनचर्या इन प्रभावों को कम करने में मदद करती है, लेकिन जोखिम बना रहता है.
क्या करना चाहिए
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, नियमित तौर पर एक्सरसाइज और पर्याप्त पोषण धरती और स्पेस दोनों जगह के लिए जरूरी है. पृथ्वी पर वजन बढ़ाने वाली एक्टिविटीज के साथ प्रोटीन और कैल्शियम से भरपूर आहार इन प्रभावों को कम कर सकते हैं. वहीं अगर स्पेस में सही तरह एक्सरसाइज हो सके और सही आहार मिल सके तो इस समस्या से बचा जा सकता है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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