न्यूयॉर्क के सर्जनों को एक बड़ी उपलब्धी हाथ लगी है. हाल ही में वहां के सर्जन ने एक पूरी आंख का ट्रांसप्लांट किया है. बीते गुरुवार को 'एनवाईयू लैंगोन हेल्थ' की सर्जिकल टीम ने घोषणा की हाल ही में उन्होंने एक इंसान की पूरी आंख का ट्रांसप्लांट किया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एक व्यक्ति जिसका नाम एरोन जेम्स अरकंसास है जो 46 साल के हैं. एक गंभीर एक्सीडेंट में उनका चेहरा पूरा खराब हो गया. जिसके बाद उनके आधे चेहरे की सर्जरी के 6 महीने बाद पूरी आंख का ट्रांसप्लांट किया गया. टीम का नेतृत्व करने वाले डॉ. एडुआर्डो रोड्रिग्ज ने कहा, हमने एक आंख का ट्रांसप्लांट किया है. एक बड़ा कदम है, जिसके बारे में सदियों से सोचा जाता रहा है. लेकिन इसे कभी पूरा नहीं किया गया.
46 साल के इस व्यक्ति का हुआ ट्रांसप्लांट
अब तक डॉक्टर केवल आंख की स्पष्ट अगली परत कॉर्निया का ही ट्रांसप्लांट कर पाए थे. आंख पाने वाले एरोन जेम्स अरकंसास के 46 वर्षीय सैन्य अनुभवी हैं, जो काम से संबंधित हाई-वोल्टेज विद्युत दुर्घटना में गंभीर एक्सीडेंट का शिकार हो गए थे. जिससे उनके चेहरे का बायां हिस्सा, उनकी नाक, उनका मुंह और उनकी बाईं आंख बिल्कुल खराब हो गए हो थ. 'एनवाईयू लैंगोन हेल्थ' की सर्जिकल टीम के अनुसार, आंशिक चेहरे के प्रत्यारोपण के दौरान की गई सर्जरी के बाद से छह महीनों में, ग्राफ्ट की गई आंख ने अच्छी तरह से काम करने वाली रक्त वाहिकाओं और एक आशाजनक दिखने वाली रेटिना सहित स्वास्थ्य के महत्वपूर्ण लक्षण दिखाए हैं.
21 घंटे चला आई ट्रांसप्लांट सर्जरी
ट्रांसप्लांट करने वाले डॉक्टर की टीम को लीड कर रहे डॉक्टर रोड्रिग्ज ने जूम इंटरव्यू में बताया कि पहले हम सर्जरी के दौरान चेहरे पर हाई बॉल ट्रांसप्लांट करने की सोच रहे थे. अगर रोशनी आ जाएगी तो यह अपने आप में करिश्मा है. हमारा लक्ष्य तकनीकी ऑपरेशन करना था. हमारा पहला लक्ष्य था कि व्यक्ति को जीवित रखना.
मुझे नहीं लगता कि कोई यह दावा कर सकता है कि वह देखेगा. लेकिन इसी तरह, वे यह दावा नहीं कर सकते कि वह नहीं देखेगा. रोड्रिग्ज ने कहा इस बिंदु पर, मुझे लगता है कि हम उस परिणाम से बहुत खुश हैं जो हम एक बहुत ही तकनीकी रूप से मांग वाले ऑपरेशन के साथ हासिल करने में सक्षम थे.
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