सितंबर के महीने में पूरी दुनिया में ब्लड कैंसर को लेकर जागरूकता फैलाया जाता है. आज हम इस बीमारी को समझने की कोशिश करेंगे क्यों ब्लड कैंसर का नाम सुनते ही दिमाग में सबसे पहले मौत जैसे शब्द आते हैं. आज हम बात करेंगे क्या उचित इलाज से इस बीमारी से बचा जा सकता है.
ब्लड कैंसर क्या है? क्या इसके लक्षणों को पहचाना जा सकता है?
ब्लड कैंसर कैसे होता है
ब्लड कैंसर के शुरुआत में ही शरीर के टिश्यूज या डीएनए के अंदर म्यूटेशन होने लगता है. यानि इसके अंदर लगातार सेल्स बढ़ने लगते हैं. यह कैंसर ब्लड या बोन मैरो में होता है. इसके बाद यह धीरे-धीरे ब्लड में फैलने लगता है. जिसकी वजह से व्हाइट ब्लड सेल्स को नुकसान होने लगता है. जिसके कारण ब्लड सर्कुलेशन अजीब तरीके से काम करने लगता है. जिस पर काफी किसी तरह से कंट्रोल नहीं कर सकते हैं. ये कैंसर के कारण क्या इसका कोई स्पष्ट कारण अब तक नहीं मिला है.
उम्र
जेंडर
फैमिली हिस्ट्री
रासायनिक खतरे जैसे कोई रेडिएशन
तीन तरह के ब्लड कैंसर होते हैं?
तीन तरह के ब्लड कैंसर होते हैं जैसे- ल्यूकीमिया, लिंफोमा और मल्टीपल माइलोमा कहा जाता है. ल्यूकीमिया भी दो तरह के होते हैं. जिनमें से एक में बहुत तेजी से ब्लड कैंसर फैलता है. दूसरे वालों में धीरे-धीरे फैलता है. फिर लिंफोमा आता है इसमें कैंसर गांठ की तरह बनने लगता है. इसे मल्टीपल माइलोमा कहा जाता है. यह बोनमैरो की बीमारी. ब्लड कैंसर अपने आप में कई तरह की बीमारी है.
कुछ ऐसे होते हैं ब्लड कैंसर के लक्षण
इम्युनिटी विक हो जाती है. जिसके कारण बार-बार इंफेक्शन होने लगता है.
मरीज को ज्यादा थकावट होने लगती है. इसके अलावा चक्कर आना, कमजोरी होना और लगातार शरीर में भारीपन होना
हल्के हाथों से खुजली करने पर स्किन पर स्केज या ब्लीडिंग होना शुरू हो जाना. स्किन पर नीले धब्बे होना ब्लड कैंसर के शुरुआती लक्षण है.
अचानक से वजन कम होना, काफी ठंड लगना, रात को पसीने आना, हड्डियों में अक्सर दर्द महसूस होना, स्किन पर बहुत खुजली होना, भूख न लगना, जी मचलना, सिरदर्द होना, सांस लेने में तकलीफ होना, टॉयलेट करने में दिक्कत होना, गंभीर पेट में दर्द, मुंह में छाले होना, स्किन पर रेड स्पॉट होना, खांसी या उल्टी होना.
जानिए क्या कहते हैं हेल्थ एक्सपर्ट
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक अगर आप बार-बार बीमार पड़ रहे हैं तो आपको सावधान रहने की जरूरत है. क्योंकि मुमकिन है कि यह ब्लड कैंसर के लक्षण हो सकते हैं. क्योंकि कैंसर में व्हाइट ब्लड सेल्स कम होने लगते हैं जिसकी वजह से बार-बार इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए इसके शुरुआती लक्षणों पर खास ध्यान रखें. जैसे- बार-बार बुखार आना, हड्डियों में दर्द, मल से खून निकलना, पीरियड्स के वक्त ज्यादा ब्लीडिंग और गले या बाहों में लिम्फ या नोड्स आपकी बीमारी के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं.