Symptoms Of Guten Alergies: भारत में गेहूं मुख्य आहार है. गेहूं की रोटी, पराठे, पूरी और चूरमा लोग बड़े चाव के साथ खाते हैं. गेहूं, जौ और राई जैसे खाद्य पदार्थों में ग्लूटेन नाम का एक प्रोटीन पाया जाता है, जिसे लेकर कुछ लोग सेंसिटिव होते हैं. ऐसे लोगों को 'ग्लूटेन इंटोलेरेंस' की समस्या होती है. इसमें वीट एलर्जी और सीलिएक रोग वाले लोग भी शामिल हैं. ऐसे लोगों को ग्लूटेन वाला भोजन खाने से गंभीर समस्याएं हो सकती हैं. हालांकि ग्लूटेन फ्री फूड आसानी से मिल जाता है. इसके लिए आप दूसरे आहार का इस्तेमाल कर सकते हैं. आइये जानते हैं कैसे पता करें कि आपको ग्लूटेन फूड से एलर्जी है.
ग्लूटेन क्या है (What is Gluten in Hindi)
ग्लूटन एक प्रोटीन होता है जो गेहूं, जौ और राई में पाया जाता है. ये एक लसलसा पदार्थ होता है. जो लोग ग्लूटन के प्रति सेंसिटिव होते हैं, जिन्हें गेहूं और उससे बनी चीजों से एलर्जी होती है. ऐसे लोग सीलिएक रोग से ग्रस्त होते हैं. इन लोगों को पाचन से जुड़ी बीमारियां होने लगती है.
गेहूं एलर्जी और सीलिएक रोग के लक्षण
कुछ लोगों को गेहूं से एलर्जी होती है. ऐसे लोगों को गेहूं से बने खाद्य पदार्थ खाने के बाद शरीर में एक इम्यून प्रतिक्रिया होती है. गेहूं एलर्जी के लक्षण खाने के तुरंत बाद या 1-2 घंटे बाद दिखते हैं. इसमें ये लक्षण शामिल हैं.
- जी मिचलाना
- त्वचा पर चकत्ते
- दस्त लगना
- गले में जलन
- सांस लेने में परेशानी
बच्चों में सीलिएक रोग के लक्षण
- पेट दर्द
- लंबे समय से दस्त की समस्या
- बदबूदार पॉटी
- उल्टी आना
- पेट फूलना
- गैस बनना
ग्लूटन फ्री अनाज
भारत में ग्लूटेन फ्री आहार आसानी से मिलते हैं. आप चाहें तो गेहूं की जगह चौलाई, कुट्टू का आटा या ज्वार का आटा खा सकते हैं. ये ग्लूटेन फ्री डाइट है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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