हार्ट अटैक एक ऐसी समस्या है, जो कभी 60 साल से ऊपर के लोगों की बीमारी मानी जाती थी. लेकिन अब तो 25 से 30 साल के युवाओं को भी हार्ट अटैक की समस्या हो रही है. दुख की बात ये है कि इनमें से ज्यादातर हार्ट अटैक के केसेज में युवाओं की जान चली जाती है. इसलिए हम सभी को ये बात जरूर पता होनी चाहिए कि हार्ट अटैक से पहले किस तरह के लक्षण देखने को मिलते हैं और अटैक होने के तुरंत बाद क्या करना चाहिए...


 हार्ट अटैक के कारण



  • हार्ट अटैक की समस्या तब होती है, जब हृदय के किसी एक हिस्से में ब्लड की सप्लाई बंद हो जाती है या पर्याप्त मात्रा में इस पार्ट को ब्लड नहीं मिल पाता है. 

  • जब ब्लड फ्लो को बाधित हुए लंबा समय हो जाता है तो हार्ट मसल्स डैमेज होनी शुरू हो जाती हैं. इससे हार्ट अटैक की स्थिति बनती हैं.

  • हार्ट अटैक की मुख्य वजह कोरोनरी आर्टरी डिजीज यानी सीएडी को माना जाता है. इसके अलावा बहुत अधिक तेज दर्द के कारण भी अटैक की समस्या होती है. हालांकि इस कारण होने वाले हार्ट अटैक की संख्या बहुत कम होती है.

  • हृदय की धमनियों यानी हार्ट आर्टरी का अचानक सिकुड़ जाना भी हार्ट अटैक की वजह बन सकता है. क्योंकि ऐसा होने पर हार्ट मसल्स में ब्लड का फ्लो रूक जाता है.


हार्ट अटैक के लक्षण



  • सीने में दर्द और बेचैनी

  • ज्यादातर हार्ट अटैक से पहले सीने में दर्द और बेचैनी की समस्या होती है. इस दौरान चेस्ट के बीच में या फिर उल्टे हाथ की तरफ बहुत अधिक भारीपन, कुछ निचोड़ने जैसा अहसास या फुलावट और दर्द का अनुभव होता है.

  • कमजोरी और चक्कर

  • अटैक आने के कुछ समय पहले कमजोरी लगना और चक्कर आने की समस्या हो सकती है या ठंडा पसीना आना, जैसे लक्षण दिख सकते हैं. जबड़े, गर्दन और पीठ में एक साथ दर्द या बेचैनी का अनुभव हो सकता है. 

  • सांस, ठीक से सांस ना ले पाना और छोटी-छोटी सांस भर पाने जैसी स्थिति हो सकती है. आमतौर पर सांस उखड़ने की समस्या सीने में दर्द के साथ होती है. लेकिन कई बार सांस पहले उखड़ने लगता है और सीने में दर्द या बेचैनी बाद में शुरू होती है. 

  • बिना कारण बहुत अधिक थकान लगना, जी मिचलाना और उल्टी हो जाना भी हार्ट अटैक से पहले दिखने वाले लक्षण हो सकते हैं. ये लक्षण आमतौर पर महिलाओं में देखने को मिलते हैं.


 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.


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