वायरल फीवर में नहाना सही है या गलत? एक्सपर्ट से जानें इसका सही जवाब
बदलते मौसम में वायरल फीवर का खतरा काफी ज्यादा रहता है. ऐसे में सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप खुद को बचाकर रखें.
बदलते मौसम में सर्दी-खांसी जुकाम होना आम बात है. इन सब के अलावा बदलते मौसम में वायरल फीवर का खतरा काफी ज्यादा रहता है. ऐसे में सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप खुद को बचाकर रखें. ऐसे में सबसे जरूरी है कि आपकी अगर इम्युनिटी मजबूत रहेगी तो आप इन बीमारियों से बचे रहेंगे. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि बदलते मौसम में होने वाली बीमारियों से कैसे बचें. अब सवाल यह उठता है कि वायरल फिवर से बचने के लिए क्या-क्या करना चाहिए? इसमें क्या खाना चाहिए? वायरल फिवर होने पर नहाना चाहिए या नहीं?
वायरल बुखार बार-बार क्यों आता है?
बरसात के मौसम में वायरल फिवर के मामले में दोगुना बढ़ जाते हैं. यह बुखार अगर किसी व्यक्ति को है तो उससे दूसरे को भी फैल सकता है. एक बार किसी को हो जाए तो हो सकता है उसे बार-बार हो. दरअसल, जिस व्यक्ति की इम्युनिटी कमजोर है उसे बार-बार वायरल फिवर का खतरा रहता है. खासकर यह बच्चों और बूढ़ों को अधिक होता है. इस फिवर में लगातार फिवर रहता है. ठंड के साथ लगातार बुखार रहता है. एक बार यह वायरस किसी व्यक्ति के शरीर में चला गया तो यह म्यूटेट कर जाता है. और पूरा चांसेस रहता है कि उसे दोबारा भी हो.
वायरल फीवर में नहाना चाहिए या नहीं?
सबसे बड़ा सवाल यह है कि वायरल फिवर में नहाना चाहिए या नहीं? आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वायरल फिवर में साफ-सफाई का खास ध्याान रखना चाहिए. आप जितना साफ रहेंगे उतनी जल्दी आप ठीक होंगे.वायरल फिवर में हल्का गुनगुने पानी और साबुन के साथ शरीर साफ करें. ऐसे में आपको काफी ज्यादा फ्रेश फिल महसूस करेंगे.
फिवर में घर बैठे दवा खाना सही नहीं है?
एक्सपर्ट कहते हैं कि वायरल फिवर होने पर यह नहीं है कि मार्केट से दवा लेकर घर में बैठकर ही खा रहे हैं. डॉक्टर को एक बार जरूर दिखा लें. क्योंकि अगर आप ऐसा करेंगे तो हो सकता है काफी लंबे समय तक फिवर रहे. आप खुद के बचाव के लिए गर्म पानी, अदरक की चाय, काढ़ा और भाप ले सकते हैं. इन घरेलू इलाज से आपको अच्छा लग सकता है लेकिन इससे बुखार कम नहीं होगा. ऐसे में बेहतर इलाज की जरूरत है.
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