सर्दी के मौसम में जिस तरह एक छोटे बच्चे की देखभाल करनी पड़ती है ठीक उसी प्रकार बुजुर्गों को भी विशेष देख रही की आवश्यकता होती है. ऐसा इसलिए क्योंकि सर्दियों में इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर हो जाता है जिसकी वजह से मौसमी बिमारियों और अन्य संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. वहीं, ठंड में हड्डियों और जोड़ों में होने वाला दर्द भी बुजुर्गों में बढ़ जाता है. ऐसे में इस मौसम में बुजुर्गों की विशेष देख-रेख जरूरी है.


एम्स के डॉक्टर आयुष पांडे के अनुसार, ठंड लगना कोई बीमारी नहीं है लेकिन, यह किसी अन्य बीमारी का एक कारण बन सकता है. उन्होंने बताया कि ठंड के मौसम में ठंडी हवा या ठंडा पानी किसी को भी बीमार कर सकता है. ज्यादा उम्र होने पर इम्यूनिटी कम हो जाती है और हाथ पैर धीरे-धीरे काम करते हैं. इस वजह से शरीर में गर्मी कम पैदा होती है. डॉक्टर पांडे ने बताया कि सर्दियों में बुजुर्गों को सबसे ज्यादा सांस की समस्या होती है.


जानिए कैसे आप घर में मौजूद बुजुर्गों का ध्यान रख सकते हैं


-बच्चों या अन्य लोगों के मुकाबले बुजुर्गों को ज्यादा ठंड लगती है इसलिए ये जरूरी है कि उन्हें गर्माहट महसूस होती रहे. इसके लिए कमरे में इलेक्ट्रिक उपकरणों का इस्तेमाल करें. सर्द रातों में खिड़की-दरवाजों को अच्छी तरह से बंद कर लें और उन्हें पर्याप्त कपड़े पहनने के लिए प्रेरित करें


-अगर घर में मौजूद बुजुर्गों को सांस लेने में तकलीफ होती है या उन्हें अस्थमा से जुड़ी परेशानी है तो गर्म तेल से उनकी पीठ पर मालिश करें. यदि बुजुर्गों को लगातार कपकपी लग रही है तो उन्हें खाने में ऐसी चीजें दे जो शरीर के लिए गर्म हो. डॉक्टर आयुष पांडे के अनुसार नाक लगातार बहना, बार-बार छींक आना, नाक बंद होना, हल्का बुखार, सीने में तकलीफ आदि को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए. 


-बढ़ती उम्र के साथ फिजिकल एक्टिविटी कम हो जाती है. इससे भी बुजुर्गों को कई समस्याएं होती है. ऐसे में आप उन्हें हल्के योगा आसन या फिर कुछ देर टहलने के लिए प्रेरित करें. यदि बुजुर्ग नियमित रूप से हल्का व्यायाम करते हैं तो इससे आलस्य और अकड़न जैसी समस्या कम होती है


-सर्दियों में दिल का काम बढ़ जाता है. दरअसल, ठंड की वजह से रक्त गाढ़ा हो जाता है और रक्त कोशिकाएं सिकुड़ जाती हैं. इससे दिल को ज्यादा पंपिंग करनी पड़ती है. यही कारण है कि सर्दियों में आर्ट अटैक की आशंका ज्यादा रहती है. जिन बुजुर्गों को दिल से जुड़ी बीमारी है उनका इस मौसम में खास ख्याल रखना जरूरी है. नियमित रूप से आप उन्हें दवाइयां देते रहे और उनके खान-पान का विशेष ध्यान रखें. कोशिश करें कि बुजुर्ग बैठे न रहे उन्हें हल्का व्यायाम या टहलने के लिए कहें. 


गुनगुने पानी से नहलाएं 


अक्सर आपने ये देखा होगा कि सर्दियों में लोग गर्म पानी से नहाना पसंद करते हैं. लेकिन, डॉक्टर्स का मानना है कि बुजुर्गों को सर्दियों में गुनगुने पानी से नहाना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि गर्म पानी से नहाने से बुजुर्गों के शरीर का तापमान अचानक बदलता है और इससे वह बीमार पड़ सकते हैं. साथ ही स्किन भी ड्राई हो सकती है. इसलिए घर में मौजूद बुजुर्गों को गुनगुने पानी से नहलाएं. 


-बुजुर्गों को रूम हीटर या ब्लोअर से दूर रखें. भले ही ठंड कितनी तेज हो इन इलेक्ट्रिक उपकरणों का इस्तेमाल रात भर ना करें. जब भी ये उपकरण चालू हो तो वेंटिलेशन का विशेष ध्यान रखें. 


नियमित रूप से पानी देते रहे 


ठंड के चलते घर में मौजूद बुजुर्ग कम पानी पीते हैं. इससे उनमें डिहाइड्रेशन की शिकायत होने लगती है. इसलिए कोशिश करें कि उन्हें दिन में बार-बार पानी पिलाएं. संभव हो तो गुनगुने पानी का सेवन कराएं


ध्यान दें, बुजुर्गों को ठंडी तासीर वाली चीजें ना दें. उन्हें इस मौसम में अदरक, हल्दी, तुलसी, काली मिर्च और केसर जैसी गर्म चीजें खिलाएं और खानपान का विशेष ध्यान रखें. 


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