वाशिंगटन: दिमाग के स्कैन से यह पता लगाने में मदद मिल सकती है कि क्या साइकोथरेपी या डिप्रेशन थेरेपी किसी डिप्रेशन के मरीज के लिए बेहतर उपचार विकल्प हो सकता है या नहीं. यह बात एक नये अध्ययन में सामने आई है.


अमेरिका में एमोरी यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं ने करीब 344 रोगियों का 12 सप्ताह तक उपचार किया. उनका उपचार दो डिप्रेशन थरेपी में से एक कॉग्निटिव बिहेवियरल थरेपी (सीबीटी) से किया गया.

अध्ययन की शुरूआत में रोगियों की एमआरआई ब्रेन स्कैनिंग की गयी जिसके बाद देखा गया कि क्या सीबीटी या चिकित्सा का परिणाम उपचार से पहले मस्तिष्क की स्थिति पर निर्भर था या नहीं.

एमआरआई स्कैन में पता चला कि दिमाग में एक महत्वपूर्ण भावनात्मक प्रसंस्करण केंद्र तथा तीन अन्य क्षेत्रों के बीच कार्यात्मक संपर्क का उपचार के परिणाम से संबंध है.

अमेरिकन जर्नल ऑफ साइकियाट्री में अध्ययन का प्रकाशन किया गया है.