तमिलनाडु में एक बार फिर बढ़ाया जा सकता है लॉकडाउन, मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने दिए संकेत
साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना के मामलों में थोड़ी कमी आई है लेकिन अब भी इस पर क़ाबू नहीं पाया गया है. इस से पहले राज्य सरकार ने 24 मई तक के लिए लॉकडाउन लगने का फैसला लिया था.
तमिलनाडु में कोरोना के मामलों को देखते हुए लॉकडाउन की अवधि को आगे बढ़ाया जा सकता है. राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने शनिवार को इस बात के संकेत दिए. साथ ही इस दौरान किसी भी प्रकार की छूट नहीं दी जाएगी. स्टालिन ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों के एक दल के साथ बैठक की. जिसके बाद सचिवालय में अलग अलग पार्टियों के सदस्यों के साथ मीटिंग में उन्होंने इस बात के संकेत दिए. इस से पहले राज्य सरकार ने 24 मई तक के लिए लॉकडाउन लगने का फैसला लिया था. जिसकी अवधि कल समाप्त हो रही है. जानकारी के अनुसार सरकार जल्द ही इस अवधि को आगे बढ़ाने की घोषणा कर सकती है.
मीटिंग के दौरान स्टालिन ने कहा, "स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि राज्य में कोरोना की रफ़्तार को थामने का एकमात्र उपाय कढ़ा लॉकडाउन है. मुझे अलग अलग जिलों में अपने दौरे के दौरान भी यहीं सुझाव मिले हैं. हालात को देखते हुए सरकार को राज्य में बिना किसी ढील के टोटल लॉकडाउन लगाने का फैसला लेना है." साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना के मामलों में थोड़ी कमी आई है लेकिन अब भी इस पर क़ाबू नहीं पाया गया है.
छुट्टी का नहीं बल्कि कोरोना का है सीजन
उन्होंने कहा कि, इस से पहले सरकार ने लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कुछ छूट दी थी. लेकिन कई लोगों ने इसका बेजा फायदा उठाया और लॉकडाउन के नियमों को भी नजरअंदाज किया. उन्होंने कहा, "राज्य में पूर्ण लॉकडाउन लोगों की जिंदगी बचाने और उनके भले के लिए है. इस बात से बेहद तकलीफ होती है जब कुछ लोग इस बात को नहीं समझते. वो सोचते है कि ये छुट्टी के दिन हैं. लेकिन मैं उन्हें बताना चाहता हूं ये छुट्टी का नहीं बल्कि कोरोना का सीजन है और हमें सतर्क रहने की जरुरत है."
साथ ही उन्होंने कहा, "लोगों की मजबूत इच्छाशक्ति से ही इस महामारी को बढ़ने से रोका जा सकता है. लोग जब कोरोना की बात करते हैं तो उनका डर साफ देखा जा सकता है लेकिन उनके आचरण में इस डर की झलक की बजाय लापरवाही देखने को मिलती है. लोगों को इस बीमारी से बचाव के लिए लगातार मुस्तैद रहने की जरुरत है."
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