लंदनः बच्चों की याददाश्त बढ़ाने में गुलमेहंदी (Rosemary) की सुगंध मददगार हो सकती है. ये हम नहीं कह रहे बल्कि एक रिसर्च में ये बात सामने आई है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट-
ब्रिटेन के नार्थम्बरिया विश्वविद्यालय के मार्क मास ने कहा कि हम जानते हैं कि खराब याददाश्त खराब शैक्षिक प्रदर्शन से जुड़ी है. इस रिसर्च से बच्चों में कम लागत से एकेडमिक परफॉर्मेंस में सुधार लाने की संभावना का पता चला है. यह पहले से पता है कि रोजमेरी के तेल की सुगंध एडल्ट्स में ज्ञान संबंधी क्षमता बढ़ाने में कारगर होता है.
कैसे की गई रिसर्च-
इस शोध में 10 से 11 साल के 40 बच्चों पर अध्ययन किया गया. इन्हें बिना किसी क्रम के रोजमेरी की सुंगध वाले कमरे या बिना सुंगध वाले कमरे में 10 मिनट रखा गया.
इसके बाद इनकी क्लास बेस्ड टेस्ट लिया गया और कई तरह के मानसिक कार्य दिए गए.
रिसर्च के नतीजे-
इसमें पाया गया कि बिना सुगंध वाले कमरे की अपेक्षा सुगंध वाले कमरे में रहने वाले बच्चों के परीक्षा में ज्यादा अंक आए.
मास ने कहा कि यह हो सकता है कि सुगंध दिमाग पर विद्युतीय गतिविधि को प्रभावित करती है या रासायनिक रूप से सक्रिय यौगिक अवशोषित होते हैं, जब लोग इसके संपर्क में आते हैं.
रोजमेरी के तेल का इस्तेमाल-
रोजमेरी के तेल का इस्तेमाल अक्सर अपच, पेट फूलने, पेट में ऐंठन, कब्ज या सूजन में होता है. यह अपच के लक्षणों को दूर करने और भूख बढ़ाने में भी कारगर है.
ब्रिटिश साइकोलॉजिकल सोसाइटी एनुअल कांफ्रेंस इस शोध को प्रस्तुत किया गया.
नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.