नईदिल्ली: अब तक तो आपने बीमारियों के हिसाब से या फिर अपनी प्राथमिकताओं के हिसाब से डायट चार्ट बनावाएं होंगे लेकिन क्या कभी आपने ब्‍लड ग्रुप के हिसाब से डायट चार्ट बनवाया है. जी हां, आज डॉ. शिखा शर्मा बताने जा रही हैं कि किस खास ब्लड ग्रुप को कैसी डायट लेनी चाहिए.


डॉ. शिखा शर्मा के मुताबिक, बेश्‍क ब्लड ग्रुप के हिसाब से डायट लेनी चाहिए लेकिन पूरी तरह से इस पर भरोसा नहीं किया जा सकता क्योंकि हर व्यक्ति को अलग-अलग तरह की समस्याएं होती हैं. लेकिन आपके लिए ये जानना जरूरी है कि आपके ब्लड ग्रुप के हिसाब से कौन सी चीज ज्यादा बेहतर है.


ब्लड ग्रुप – O और O + : ऐसे ब्लड ग्रुप के लोगों को प्रोटीन जैसे चिकन, फिश, अंडे, बेसन, चना, लोबिया जैसी चीजें फायदा करती हैं. ऐसे लोगों को फीजिकल एक्टिविटी की बहुत जरूरत होती है. बहुत ज्यादा डेयरी प्रोडक्ट्स और ग्रेंस ना लें. ऐसा करने से हाइपोथायरोडिज्म की शिकायत हो सकती है. ओ पोजिटिव और ओ नेगेटिव ब्लड ग्रुप वाले लोगों को अपनी डायट में ब्राउन राइस, जौ, जई चोकर को भी शामिल करना चाहिए. ऐसे लोगों में स्‍टमक एसिड कंटेट बहुत होता है इसलिए ये नॉनवेज फूड आसानी से पचा लेते हैं. इन्हें मशरूम, स्ट्रोबेरी और खरबूजा नहीं खाना चाहिए.


ब्लड ग्रुप – A और + A : ऐसे ब्लड ग्रुप वाले लोगों को वेजिटेरियन फूड अधिक खाना चाहिए. इन्हें खाने में गेहूं और इससे बने प्रोडक्ट खाने चाहिए. दालें, सोया, टोफू जैसी चीजों को डायट में शामिल करना चाहिए. इनमें लो स्टमक एसिड कॉन्टेंट होता है और ये लोग डेयरी प्रोडक्ट ठीक से पचा नहीं पाते. ऐसे लोगों को मूंगफली और तिल का तेल एवॉइड करना चाहिए. ए पॉजिटिव वाले लोगों को मिर्च, मशरूम, खरबूजा, पपीता, केला और बैंगन सूट नहीं करता.


ब्लड ग्रुप – B और B + :  ऐसे ब्लड ग्रुप के लोगों को बैलेंस्ड और हेल्दी डायट लेनी चाहिए. इन्हें जौ, ओट्स, ब्राउन राइस, जई सूट करता है. इस ब्लड ग्रुप के लोगों के लिए एनीमल और प्‍लांट दोनों तरह से मिल रहे प्रोटीन का सेवन बेहतर है. इन्हें ऑलिव ऑयल में बना फूड फायदा करता है. सबसे बड़ा फैक्टर ये है कि इन लोगों के वजन बढ़ने का कारण कोर्न, अनाज, दाल, मूंगफली, तिल के बीज, कद्दू, नारियल और अनार है.