जिस हिसाब से दुनियाभर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर बहस चल रही है, एक दिन तो ये होना ही था. फेसबुक, एपल, टेस्ला, माइक्रोसॉफ्ट, गूगल सहित दुनिया की बड़ी से बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के काम में लगी हैं. अब खबर आई है कि बच्चे को कोख में पालने का चक्कर खत्म हो जाएगा. जो लोग मशीन के जरिए अपना बच्चा पैदा करना चाहते हैं, वो ऐसा कर सकते हैं. जी हां, ये वाकई दुनिया को चौंकाने वाली खबर है. बच्चे को आर्टिफिशियल गर्भाशय में पाला जाएगा और भ्रूण से लेकर पैदा होने तक की पूरी देखरेख मशीन के जरिए होगी.
कैसे पैदा होंगे बच्चे?
आर्टिफिशियल कोख से बच्चा पैदा करने का दावा एक्टोलाइफ नाम की कंपनी ने किया है. कंपनी ने बाकायदा एक वीडियो जारी करके बताया है कि अब ऐसा करना मुमकिन है. अगर किसी महिला के यूट्रस (बच्चेदानी) नहीं है या किसी गंभीर बीमारी के कारण इसे निकलवाना पड़ा है, अब वह मां बन सकेंगी. ऐसे ही, अगर किसी पुरुष को इनफर्टिलिटी की समस्या है और कोई महिला मां नहीं बन पा रही तो इस तकनीक का सहारा लिया जा सकता है. इसका तकनीक का पूरा नाम है आर्टिफिशियल गर्भाशय फैसिलिटी. एक्टोलाइफ कंपनी का दावा है कि ये दुनिया की पहली आर्टिफिशियल कोख की तरह काम करेगा.
इन्फेक्शन फ्री होता है बच्चों का जन्म
कंपनी का दावा है कि इस टेक्नोलॉजी के जरिए बच्चा इन्फेक्शन फ्री पैदा होता है. एक्टोलाइफ के पास हाई इक्विपमेंट वाली 75 लैब हैं. हर लैब में 400 ग्रोथ पॉड्स हैं, जहां गर्भ की तरह बच्चे पल सकते हैं. हर पॉड्स को बिल्कुल उसी तरह डिजाइन किया गया है, जैसा कि मां के पेट में यूट्रस (गर्भाशय) होता है. इन पोड्स को आर्टिफिशियल यूट्रस इसीलिए कहा गया है क्योंकि यह बिल्कुल मां के पेट जैसा अनुभव बच्चों को कराता है.
क्या है ग्रोथ पॉड्स?
ग्रोथ पॉड्स मशीन से जुड़ी एक बच्चेदानी है. ग्रोथ पोड के भीतर बच्चे के वाइटल साइन- यानी उसकी स्किन, धड़कन, टेंपरेटर, हर्टबीट, ऑक्सीजन लेवल, ब्लड प्रेशर, ब्रीथिंग रेट, दिल, दिमाग, किडनी, लिवर और शरीर के बाकी अंगों को रियल टाइम मॉनिटर करने के लिए सेंसर लगाए गए हैं. इसके जरिए आप बच्चे से जुड़ी सारी जानकारी हासिल कर सकते हैं. इसके अलावा मां-बाप को बच्चों का रियल अनुभव कराने के लिए एक ऐप तैयार की गई है, जिसमें वह हर चीज लाइव देख सकते हैं कि बच्चे की ग्रोथ कैसी हो रही है.
देखें वीडियो-
घर पर भी पाल सकते हैं बच्चे
अब इससे भी खास बात, अगर आप बार-बार लैब के चक्कर लगाने से बचना चाहते हैं या आपको लगता है कि आप बार-बार वहां विजिट नहीं कर सकते है जहां आपका बच्चा पल रहा है, तो आप अपने घर पर अपना पॉड रख सकते हैं. एक्टोलाइफ इस बात की भी सुविधा देता है कि आप अपना पोड घर पर ले जाएं. हर पोड के साथ बैटरी लगी होती हैं, इसलिए आप अपना बच्चा अपने साथ बेडरूम में पाल सकते हैं. हर दिन उसे देख सकते हैं. हर सेकेंड उसके साथ गुजार सकते हैं. इस पोड के जरिए आप एक समय में एक ही बच्चे के माता-पिता बन सकते हैं. चूंकि हर तरह के टेस्ट होने के बाद ही बच्चा आर्टिफिशियल गर्भ में इंप्लाट किया जाता है इसलिए किसी भी तरह के बर्थ कॉप्लिकेशन यानी जन्म के समय की बीमारी के चांस नहीं होते.
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