किडनी, यूथेरा और ब्लाडर हमारे टॉयलेट निकलने का रास्ता है. जो भी पानी हम पीते हैं वह ब्लड में चला जाता है और किडनी उसे फिल्टर करने का काम करती है. इसके बाद यह यूरेटर से होते हुए यूथेरा में चला जाता है. जहां यह जमा होकर फिर बाहर निकल जाता है. किसी भी व्यक्ति को पथरी की समस्या तब होती है जब उसके पेट में आयरन काफी ज्यादा जमा होने लगता है. जब शरीर में पानी की कमी होने लगती है. तो शरीर में आयरन बढ़ने लगता है. पथरी किसी भी कारण से शरीर में हो सकता है. जैसे यूरिक एसिड बढ़ने के कारण, कैल्शियम या फिर पोटेशियम बढ़ने से शरीर में पथरी का रूप ले लेता है. 


पथरी बढ़ने का पहला लक्षण


जब किडनी में पथरी का विकास होने लगता है तो वह किडनी के जरिए यूरेटर में चला जाता है. अगर कोई पथरी किडनी से निकलना यूरेटर में फंस जाती है. जिसके बाद वह गॉल ब्लाडर में चला जाता है. जिसके कारण किडनी पर प्रेशर पड़ने लगता है. इसके लक्षण में आपको पसलियों के नीचे, बाजू और पीठ में दर्द की शिकायत हो सकती है. 


शुरुआत में कहां-कहां हो सकती है दर्द की शिकायत


किडनी स्टोन का दर्द अचानक शुरू होता है. पथरी हिलती है तो दर्द शुरू होता है और यह दर्द काफी तेज हो सकता है. यह दर्द ऐसे होते हैं कि यह शरीर के किसी भी कोने में हो सकता है. 


यह पथरी जैसे ही गॉल ब्लॉडर में आती है तो कमर में दर्द होने लगता है. धीरे-धीरे करते दर्द पेट में शुरू हो सकता है. 


अगर यह पथरी आपके यूरेटर में चला जाए तो टॉयलेट करते वक्त दर्द हो सकता है. 


आपको बार-बार यूटीआई की समस्या हो सकती है


पथरी की समस्या होने पर मतली उल्टी आम बात है. किडनी से जीआई ट्रैक्ट भी जुड़ा हुआ है. किडनी में पथरी जीआई पथ के नसों को ट्रिगर  कर सकती है. जिसकी वजह से पेट खराब, उल्टी और शरीर में तेज दर्द हो सकता है. ऐसी किसी भी दिक्कत से आप गुजर रहे हैं तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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