एक ब्रिटिश सर्जन ने अपने पॉडकास्ट पर बात की और कुछ खास तरह के माउथवॉश के इस्तेमाल करने से कैंसर का खतरा बढ़ता है. करण राजन ने तर्क दिया कि एक व्यक्ति को इस खास तरह के माउथवॉश से दूर रहना चाहिए क्योंकि इससे व्यक्ति में एक तरह का कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है.


इस बात का कोई खास प्रमाण नहीं मिला है कि माउथवॉश के इस्तेमाल से कैंसर का खतरा बढ़ता है. लेकिन कुछ रिसर्च से यह पता चला है कि यह कैंसर के जोखिम को जरूर बढ़ा सकता है. कैंसर का जोखिम बढ़ाने वाला इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि यह अल्कोहल से बना होता है. अगर इसे लंबे वक्त तक इस्तेमाल किया जाएगा तो माउथ कैंसर का खतरा बढ़ता है. हालांकि रिसर्च में इस बात के कोई खास सबूत नहीं मिले हैं कि कैंसर का जोखिम यह बढ़ाता है. एक अध्ययन में पाया गया कि दिन में तीन या अधिक बार या 40 से अधिक सालों  तक माउथवॉश का उपयोग करना मौखिक कैंसर से जुड़ा हो सकता है.


माउथवॉश हो सकता है खतरनाक


हालांकि, अध्ययन छोटा था और निष्कर्षों की व्याख्या सावधानी से की जानी चाहिए.अल्कोहल-आधारित माउथवॉश धूम्रपान या शराब जैसे अन्य जोखिम कारकों के साथ उपयोग किए जाने पर मौखिक कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है.


रिसर्च में पाया गया है कि माउथवॉश करने से मुंह की बैक्टीरिया बढ़ जाती है. यह बैक्टीरिया मसूड़ों की बीमारी, गले का कैंसर, पेट के कैंसर के साथ शरीर के बाकी अंगों में भी कैंसर का कारण बन सकती है.
मसूड़े की बीमारी शरीर के बाकी अंगों में भी फैल सकती है. माउथवॉश करने से गले और पेट के कैंसर का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है. मुंह की सेहत का सीधा पेट और शरीर पर असर होता है.


मुंह की ठीक से सफाई करने के कारण मुंह में इंफेक्शन और मसूड़ों की बीमारी का खतरा बढ़ता है जैसे मसूड़े में सूजन की समस्या रहती है. मसूड़े में सूजन होना कैंसर का एक फैक्टर हो सकता है.


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मसूड़े की बीमारी होने पर इंफेक्शन का खतरा होता है. पेट में होने वाले कैंसर को गले के कैंसर से जोड़ा गया है. मसूड़े की बीमारी के लिए कई सारी बैक्टीरिया जिम्मेदार होती है. जैसे फ्यूसोबैक्टीरियम न्यूक्लियेटम. यह बैक्टीरिया शरीर के बाकी हिस्सों में जब जाती है तो इंसान बीमार पड़ने लगता है.


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माउथवॉश में फ्यूसोबैक्टीरियम न्यूक्लियेटम और स्ट्रेप्टोकोकस एंगिनोसस की मात्रा बढ़ी होती है. इसके कारण मुंह में बैक्टीरिया बढ़ने लगता है. इसके कारण ट्यूमर बढ़ने लगता है. और आगे जाकर यह कैंसर का रूप ले लेती है.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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