Digital Thermometer Benefits: बुखार नापते हुए लोग थर्मामीटर का प्रयोग करते हैं. कितने डिग्री सेल्सियस या फिर कितने फारेनहाइट बुखार हुआ है. इसकी जानकारी थर्मामीटर से ही हो पाती है. बाजार में कई तरह के थर्मामीटर बिकते हैं. अब वो प्रयोग के लिए सही हैं या नहीं. इसकी पहचान करना भी जरूरी होता है. कई बार लोग बेकार थर्मामीटर बाजार से खरीद लाते हैं, जोकि घर पर आते ही चल नहीं पाता है. ऐसे मेें यह जानना जरूरी हो जाता है कि सही थर्मामीटर की पहचान कैसे की जाए?
कैसे पहचानें सही थर्मामीटर
1. थर्मामीटर को हाथ लेते ही उसकी क्वालिटी डल लग रही है या देखने में सही नहीं लग रहा है तो उसे बिल्कुल नहीं लेना चाहिए.
2. थर्मामीटर खरीदते समय देख लें कि डिग्री सेल्सियस या फारेनहाइट सही दिखा रहा है या नहीं, यदि गड़बड़ है तो थर्मामीटर न लें.
3. थर्मामीटर की बैटरी चेक कर लें. बैटरी अच्छी क्वालिटी की होनी चाहिए. थर्मामीटर चलने में बैटरी ही मुख्य होती है.
4. कोविड के समय में इंफ्रारेड थर्मामीटर का चलन बढ़ गया था. ये थर्मा मीटर दूर से टेंपरेचर माप लेते हैं. लेकिन कई बार इस तरह के थर्मामीटर की रीडिंग सही नहीं आती है.
5. टेंपरेचर लेने से पहले डिस्प्ले पर बैटरी जरूर देख लें. यदि बैटरी में लो सिग्नल शो हो रहा है तो थर्मामीटर के गड़बड़ होने की संभावना रहती है.
6. जिन थर्मामीटर में बैक वाली लाइट होती हैं. उन्हें नहीं खरीदें. इससे बैटरी बहुत जल्दी खर्च हो जाती है.
7. यदि घर मेें नवजात है तो उसके लिए एडल्ट वाला थर्मामीटर न लें. कान के पीछे लगाने वाला थर्मामीटर बेहतर विकल्प होता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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