सिर्फ किडनी नहीं...शरीर के इन 6 अंगों में भी बन सकती है 'पथरी', इससे बचने के लिए तुरंत करें ये काम
आइए जानते हैं कि शरीर के कौन-कौन से हिस्सों में पथरी की समस्या पैदा हो सकती है और इससे छुटकारा पाने के लिए आप क्या-क्या कर सकते हैं.
शरीर के किसी एक अंग में नहीं बल्कि कई अंगों में स्टोन की समस्या पैदा होती है, जिसके बारे में ज्यादातर लोग नहीं जानते हैं. अधिकतर लोगों को बस यही लगता है कि पथरी यानी स्टोन सिर्फ और सिर्फ किडनी में ही बन सकता है. जबकि शरीर के कई जरूरी अंगों में भी पथरी बन सकती है. आइए जानते हैं कि शरीर के कौन-कौन से हिस्सों में पथरी की समस्या पैदा हो सकती है और इससे छुटकारा पाने के लिए आप क्या कर सकते हैं.
शरीर में कहां-कहां बन सकता है स्टोन?
1. किडनी स्टोन (Kidney Stone): खनिजों और लवणों से बनने वाली पथरी किडनी को प्रभावित कर सकती है. दुनिया में ऐसे लोगों की संख्या बहुत बड़ी है, जो किडनी स्टोन की दिक्कत से जूझ रहे हैं. इसकी वजह से पीठ के निचले हिस्से में तेज दर्द होता है और यूरीन में ब्लड देखने को मिल सकता है.
2. पित्त पथरी (Gallstone): किडनी के अलावा गॉलब्लैडर में भी स्टोन बनने की समस्या देखी जाती है. पित्त पथरी के कारण पेट के ऊपरी हिस्से में तेज दर्द की समस्या पैदा होती है.
3. मूत्राशय की पथरी (Bladder Stone): ये स्टोन क्रिस्टलाइज्ड मिनरल्स होते हैं, जो यूरिनरी ब्लैडर यानी मूत्राशय में बनते हैं. इस पथरी की वजह से पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द होने, बार-बार टॉयलेट जाने और पेशाब में ब्लड निकलने जैसी समस्याएं देखी जाती हैं.
4. लार ग्रंथि की पथरी (Salivary Gland Stone): लार ग्रंथियों में भी स्टोन बनने की समस्या देखी जाती है. खासतौर से उन नलिकाओं में, जो सलाइवा यानी लार को मुंह तक ले जाने का काम करती हैं.
5. मूत्रवाहिनी की पथरी (Ureteral Stone): मूत्रवाहिनी में भी पथरी बनने की समस्या देखी जाती है. ये पथरी किडनी को ब्लैडर से जोड़ने वाली ट्यूब्स में बनती है. मूत्रवाहिनी में पथरी बनने की वजह से पीठ के निचले हिस्से में तेज दर्द होता है और कई बार पेशाब में ब्लड भी देखने को मिलता है.
6. प्रोस्टेट स्टोन (Prostate Stone): प्रोस्टेट ग्लैंड में भी स्टोन बन सकते हैं. वैसे तो आमतौर पर इसके लक्षण जल्दी दिखाई नहीं देते. हालांकि इसका जुड़ाव क्रोनिक प्रोस्टेटाइटिस या फिर प्रोस्टेट से जुड़ी बाकी दिक्कतों से हो सकता है.
7. टॉन्सिल स्टोन (Tonsil Stone): टॉन्सिल में होने वाले स्टोन को टॉन्सिलोलिथ भी कहा जाता है. ये स्टोन टॉन्सिल की संकरी दरारों में बनते हैं.
स्टोन से बचने के लिए क्या करें?
1. पथरी की समस्या से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं.
2. संतुलित आहार का सेवन करते रहें. ऑक्सालेट रीच-फूड कम से कम खाएं, क्योंकि इससे कैल्शियम ऑक्सालेट स्टोन को बनने से रोकने में काफी मदद मिलेगी.
3. मीठी चीजों का सेवन करना कम कर दें. क्योंकि मीठी चीजों का ज्यादा सेवन करने से पथरी की समस्या पैदा हो सकती है.
4. साइट्रेट से भरपूर फल-सब्जियों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें, जैसे- संतरा, नीबू आदि.
5. कैल्शियम का ज्यादा सेवन करने से बचें. क्योंकि ये कैल्शियम स्टोन बनने का कारण बन सकता है.
6. शराब का सेवन करने से बचने की कोशिश करें.
7. अपने वजन को कंट्रोल में रखें.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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