लॉकडाउन के दौरान डाइट में ये बदलाव आपके मूड और हेल्थ को कर सकते हैं बूस्ट
यदि आप निराशा या उदासी से लड़ने के तरीके तलाश रहे हैं तो आप अपनी डाइट में हेल्दी चेंजेज कर सकते हैं.व्यायाम के साथ एक संतुलित आहार, कई मेंटल हेल्थ के कई इश्यूज को दूर कर सकता है.
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पिछले कुछ महीनों में जिंदगी काफी बदल गई है. कोरोना महामारी ने ज्यादातर लोगों को उनके घरों तक सीमित कर दिया है. जहां से वे काम कर रहे हैं. लोग लॉकडाउन ब्लूज महसूस कर रहे हैं. ये आम तौर पर निराशा की भावनाएं हैं जो भविष्य की अनिश्चितता के साथ आती हैं.
लेकिन इसका एक समाधान है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि मानसिक स्वास्थ्य और शारीरिक स्वास्थ्य जुड़े हुए हैं. और यदि आप एक पर ध्यान केंद्रित करते हैं, तो आप ऑटोमैटिक रूप से दूसरे पर ध्यान केंद्रित करते हैं. ये दोनों काम साथ-साथ होते हैं.
यदि आप खुद को उदास महसूस कर रहे हैं. और इससे लड़ने में मदद करने के तरीकों की तलाश कर रहे हैं तो एक्सपर्ट्स आपको कुछ हेलदी डाइट चेंज का सुझाव देते हैं. एक्सपर्ट दीक्षा छाबड़ा के अनुसार “ आप कह सकते हैं कि एक स्वस्थ मन एक खुश मन है. यह आपको सभी प्रकार के तनाव और एंग्जाइटी से फाइट में मदद कर सकता है और आपको अच्छा महसूस करवा सकता है. सही प्रकार का भोजन मस्तिष्क को प्रभावित करता है. और व्यायाम के साथ एक संतुलित आहार, कई मेंटल हेल्थ के मुद्दों को दूर कर सकता है. फूड जो कुछ केमिकल, विटामिन और मिनरल से भरपूर होते हैं, वो तुरंत हमारा मूड ठीक कर देते हैं. ”
डार्क चॉकलेट
डार्क चॉकलेट जिसमें कम से कम 70 प्रतिशत कोको होता है. एक ग्रेट मूड बूस्टर है जो कम चीनी सामग्री के कारण हेल्दी डाइट ब्रैकेट को पूरी तरह से फिट करता है. यह हमारे शरीर में एंडोर्फिन को बूस्ट करने में मदद करता है जो इमोशनल और मेंटल स्ट्रेस को कम करने में मदद करता है।
ओमेगा 3
ओमेगा 3 फैटी नेचुरली एसिड मछली, नट्स और फ्लैक्ससीड्स में पाए जाते हैं. वे हमारे शरीर के कोशिका निर्माण, त्वचा और बालों की हेल्थ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिनसे हमें खुशी की अनुभूति होती है. यदि नेचुरली ओमेगा 3 नहीं मिल रहा तो कुछ सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं.
विटामिन डी
विटामिन डी से भरपूर फूड मशरूम, पोल्ट्री और दूध विटामिन डी के स्रोत हैं. विटामिन डी को सुबह-सुबह सूरज के माध्यम से लेकर भी बढ़ाया जा सकता है, जो एक नेचुरल सोर्स है. यह मस्तिष्क में सेरोटोनिन के स्तर को रेगुलेट करने में मदद करता है, जो डिप्रेशन और एंग्जाइटी को दूर कर सकता है.
हरी पत्तेदार सब्जियां
हरी पत्तेदार सब्जियां फोलिक एसिड, मैग्नीशियम, विटामिन सी और बी 6 से भरपूर होती हैं. ये सभी आवश्यक माइक्रो न्यूट्रीयंट्स मस्तिष्क की कई एक्टिविटी को रेगुलेट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
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