नई दिल्लीः आज नवरात्रि का तीसरा दिन है और लोगों में इस नौ दिनों के उत्सव को मनाने का भरपूर उत्साह देखा जा रहा है. नवरात्रि को दुर्गा पूजा भी कहा जाता है और देश के अलग अलग हिस्सों में इसे मनाने को लेकर कई अलग-अलग प्रचलन हैं. लोग इन नौ दिनों में देवी के 9 स्वरूपों की आराधना करते हैं और उनकी पूजा के लिए 9 दिन के व्रत भी रखे जाते हैं.


जहां ज्यादातर लोग नवरात्रि के व्रत धार्मिक कारणों या भक्ति भाव से रखते हैं वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो इन 9 दिनों में अपने शरीर को विषैले तत्वों से दूर करने या वजन कम करने के लिए व्रत रखना पसंद करते हैं. लेकिन आप मानें या न मानें ज्यादातर लोग उपवास को उपवास की तरह न लेकर एक ऐसा माध्यम मानते हैं जिसमें वजन कम होना ही है, लेकिन कई बार गलत तरीकों से व्रत या उपवास रखने के कारण वजन कम होने की बजाए ज्यादा बढ़ जाता है.


यहां पर हम आपको उन गलतियों के बारे में बताएंगे जो अक्सर व्रत रखने के दौरान लोग करते हैं और उनकी वजह से वजन बढ़ जाता है.


1. कुट्टू के पकौड़े, पूरी या साबूदाना टिक्की को व्रत का खाना मानने के दौरान हम ये भूल जाते हैं कि सब्जियों और फलों का हमारी डाइट में स्थान होना बहुत जरूरी है. यहां तक की नवरात्रि के भोजन में भी इसकी महत्ता कम नहीं की जा सकती है. अगर आप डिटॉक्सेशन के लिए व्रत रख रहे हैं तो अपने खाने में ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियां और फलों को स्थान दें जिससे आप अपने लक्ष्य को हासिल कर सकें.


2. शरीर में पानी की मात्रा बनाए रखना बेहद जरूरी है भले ही आप व्रत रख रहे हैं या नहीं. उपवास के दौरान अक्सर लोग पानी पीना कम कर देते हैं और शरीर को हाइड्रेट करना भूल जाते हैं. इसका एक बड़ा असर ये होता है कि आपको प्यास लगी हो तो भी आपको ऐसा महसूस होता है कि आपको भूख लगी है. व्रत के दौरान ज्यादा पानी पीना आपकी बॉडी को डिटॉक्स रखता है और आपकी स्किन की चमक को भी बनाए रखता है.


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3. व्रत के दौरान आमतौर पर घर के बने खाने को प्रमुखता दी जाती है लेकिन आजकल बाजार में व्रत के खाने को लेकर कई विकल्प मौजूद हैं जिनसे आपके सामने खाने की कई वैरायटी मुहैया हो जाती हैं. कई बार इसी चक्कर में बाहर के व्रत के उत्पादों का सेवन ज्यादा कर लिया जाता है. लिहाजा आपको ध्यान रखना चाहिए कि व्रत के दौरान आप घर के बने खाने पर ही फोकस करें जिससे आपका शरीर और शरीर का सिस्टम आराम कर सके और तरोताजा हो सके.


4. ज्यादा सब्जियों का सेवन करें क्योंकि वो फाइबर के मामले में रिच होती हैं और लंबे समय तक पेट भरे होने का अहसास कराती हैं. लिहाजा आप कोशिश करें कि व्रत के दौरान केवल सलाद या सूप के सेवन के जरिए कम कैलौरी और ज्यादा पौष्टिकता वाले भोजन का सेवन आप कर सकें.


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5. पूरे दिन उपवास करें और कुछ न खाएं और व्रत खोलने के समय पेट भर कर भोजन करना किसी भी तरह से सेहत के लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता है. इससे न केवल आपकी एनर्जी खत्म होती है बल्कि ब्लड शुगर लेवल भी गिर जाता है. अपने ब्लड शुगर लेवल को सही स्तर पर बनाए रखने के लिए कम से कम दिन में 4 या 5 मील लें. हम ऐसा नहीं कह रहे हैं कि आप हर बार आलू, चिप्स, तलाभुना या व्रत के दौरान खाए जाने वाले उत्पादों का सेवन करें बल्कि आप एक बार छास, एक बार कोई फल, एक बार सलाद या सूप इस तरह के कॉम्बिनेशन बनाकर अपने खाने को रिच भी बना सकते हैं और ज्यादा कैलोरी भी आपके शरीर में नहीं जाएंगी.


6. उपवास के दौरान आपको शिथिल महसूस हो सकता है लेकिन इसका अर्थ ये कतई नहीं है कि आप सारा दिन आलस में निकाल दें. अपने खाने पर ध्यान रखने के साथ साथ अपने शारीरिक गतिविधियों पर भी पूरा फोकस रखें और उपवास के दौरान इनमें किसी तरह की कमी न करें.


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7. कुछ व्रत के भोजन बेहद टेस्टी होते हैं जिन्हें इंकार करना आपके लिए मुश्किल हो सकता है. लिहाजा अगर व्रत के दौरान आपको कुट्टू के पकौड़े खाने का मन करे तो आप इन्हें कुल 9 दिनों में से 2-4 बार खा सकते हैं लेकिन रोजाना इनका सेवन किसी भी तरह से ठीक नहीं कहा जा सकता है. लिहाजा डीप फ्राई खाने को न कहें और अपनी डाइट में साबूदाना, शकरकंदी, सलाद, सूप और ड्राई फ्रूट्स को शामिल करें.