Processed Food Side Effect: इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि हम में से ज्यादातर लोग चिप्स बाहर का और फ्राई खाना पसंद करते हैं. अक्सर पिज़्ज़ा और बर्गर ऑर्डर करते हैं. जंक फूड के प्रति अंधा प्यार जाहिर कर के हम हानिकारक प्रभाव के बारे में भूल जाते हैं.आपके इस आदत को जड़ से खत्म करने में आपकी मदद करने के लिए डॉक्टर विशाखा शिवदासानी ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर करके प्रोसैस्ड फूड के नुकसान के बारे में जानकारी दी है. इससे पहले कि हम इसके नुकसान के बारे में जाने, समझते हैं कि आखिर प्रोसेस्ड फूड होता क्या है.. प्रोसेस्ड फूड खाने पर कौन-कौन से नुकसान शरीर को झेलने पड़ सकते हैं.


क्या है प्रोसेस्ड फूड?


प्रोसैस्ड फूड ऐसे खाद्य पदार्थ होते हैं जिन्हें पहले से बना कर रख दिया जाता है और लंबे समय तक संरक्षित रखने के बाद ही उसे उपयोग किया जाता है. विशेषज्ञ के मुताबिक कोई भी चीज जो टिन या बंद डब्बा, बोतल से निकलता है उसे प्रोसेस्ड फूड कहते हैं.अन्य विशेषज्ञों के मुताबिक जो फूड अपनी प्राकृतिक अवस्था में पैदा हुआ है उससे बदल जाए तो उसे प्रोसेस्ड फूड कहते हैं, यह केमिकल से भरपूर होते हैं इनको अच्छा बनाए रखने के लिए इस पर तरह-तरह के रंगों और आर्टिफिशियल टेस्ट का इस्तेमाल किया जाता है यही वजह है कि इसके सेवन से सेहत पर बुरा असर पड़ता है.जो हाईली प्रोसेस्ड फूड होते हैं सेहत को बहुत तरह के जोखिम हो सकते हैं ,क्योंकि उसमें जरूरत से ज्यादा नमक फैट्स और चीनी होते हैं.



क्या होता है जब हम प्रोसेस्ड फूड का सेवन करते हैं?


जब हम प्रोसेस्ड फूड खाते हैं, तो हमारे शरीर में इंसुलिन की मात्रा बढ़ जाती है, जो फैट स्टोर करने वाला हार्मोन है, जिससे वजन बढ़ता है. अगर आप अपना वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं और इंसुलिन का स्तर अधिक है, तो इसे भूल जाइए, ऐसा नहीं हो रहा है.


जब आपका वजन बढ़ता है, तो आपके पास अधिक वसा कोशिकाएं भी होती हैं - जिन्हें एडिपोज कोशिकाएं कहा जाता है - जो शरीर में सूजन की स्थिति पैदा कर सकती हैं. हम जानते हैं कि सूजन सभी मेटाबॉलिज्म संबंधी बीमारियों का मूल कारण है जो आपको हृदय रोग, टाइप 2 मधुमेह और यहां तक ​​कि स्ट्रोक का शिकार बनाती है.


प्रोसेस्ड फूड आंत में खराब बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं. यह लीकी गट सिंड्रोम, ऑटो-इम्यून स्थितियों का कारण बन सकता है, और आपके शरीर फिजियोलॉजी को भी बदल सकता है .


इस तरह के खाद्य पदार्थ अपनी प्राकृतिक अवस्था की तुलना में आसानी से पच जाते हैं और पाचन प्रक्रिया के दौरान शरीर द्वारा जलाई जाने वाली आधी कैलोरी होती है.इससे उच्च रक्तचाप, लिपिड विकार, हृदय रोग और यहां तक ​​कि कैंसर जैसी पुरानी बीमारियों के प्रसार में योगदान देता है.


इस वजह से प्रोसेस्ड फूड की तरफ होता है झुकाव


जब भी हम अपने शरीर को 'जंक' खिलाते हैं, तो यह मस्तिष्क में एक डोपामाइन प्रतिक्रिया को प्रेरित करता है जो व्यक्ति को खुश महसूस कराता है और किसी भी नकारात्मकता को कम करता है.यह, तब, हमारे लिए ऐसे तथाकथित अच्छे भोजन' बन जाते हैं.इसमें मौजूद रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट पचाने में बहुत आसान होते हैं और इसलिए, शरीर तुरंत कार्ब्स को ग्लूकोज में बदल देता है और इसे स्टोर कर लेता है, जिससे आपको लगता है कि आपने अभी तक कुछ भी नहीं खाया है और आप तब तक खाते रहना चाहते हैं.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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