मधुमेह या डायबिटीज की बीमारी में ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है. अगर आप भी डायबिटीज के मरीज हैं, तो नियमित तौर पर ब्लड शुगर लेवल चेक करते ही हैं. क्योंकि डायबिटीज या मधुमेह में ब्लड शुगर लेवल बढ़ने की वजह से हार्ट रोग, रेटिनोपैथी और अन्य जानलेवा बीमारियों का खतरा होता है. डाइट एक्सपर्ट्स मानते हैं कि डायबिटीज रोगियों को अपनी डाइट में हरे प्याज को शामिल करना चाहिए. प्याज में एंटिऑक्सीडेंट के साथ फाइबर की मात्रा होती है. फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट ब्लड शुगर लेवल को बढ़ने से रोकता है. डायबिटीज की बीमारी के बारे में हर किसी को सतर्क रहना चाहिए. कई बार लोगों को डायबिटीज के लक्षण देर से पता चलते हैं. ऐसे में अपने स्वास्थ्य की नियमित जांच कराते रहना चहिए. आइए जानते हैं प्याज कैसे डायबिटीज में फायदे वाला फूड हो सकता है.


डायबिटीज रोगियों के लिए प्याज के फायदे-

फाइबर युक्त
प्याज में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है. डायबिटीज रोगियों के लिए फाइबर बेहद फायेदमंद होती है. फाइबर शरीर में ग्लूकोज की मात्रा को नियंत्रित करता है और ब्लड शुगर को बढ़ने से रोकता है.

पाचन तंत्र को बेहतर बनाती है
जो लोग डायबिटीज के मरीज होते हैं उनका पाचन तंत्र खराब रहता है. ऐसे में हरे प्याज का सेवन पाचन को बेहतर करके शरीर के मेटाबॉलिज्म को बेहतर करता है. बेहतर मेटबॉलिक रेट ब्लड शुगर कंट्रोल करने में भी मददगार होता है.


कम कार्बोहाइड्रेट
प्याज में कार्ब्स की मात्रा बहुत कम होती है. यह मधुमेह के रोगियों के पक्ष में काम करता है, क्योंकि कार्बोहाइड्रेट जल्द ही मेटाबोलाइज करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप रक्तप्रवाह में चीनी तेजी से रिलीज होती है. मधुमेह रोगियों को अक्सर कम कार्ब वाले खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करने की सलाह दी जाती है.


कम ग्लाइकेमिक इंडेक्स
कोई फूड जो लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स का हो वह डायबिटीज रोगी के लिए फायदेमंद होता है. प्याज का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 10 होता है. जो इसे मधुमेह रोगियों के आहार में शामिल करने के लिए एक आदर्श भोजन बनाता है. ताजे प्याज के सेवन से टाइप -1 और टाइप -2 डायबिटीज के रोगियों में ब्लड ग्लूकोज का स्तर कम हो जाता है.


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