मिश्री (Mishri) या रॉक शुगर (Rock Sugar) एक नैचुरल चीनी (Natural Sugar) है. जिसमें किसी भी तरह के कैमिकल्स मिले हुए नहीं होते हैं. कहा जाता है कि इसमें किसी भी तरह के कैमिकल्स मिले हुए नहीं होते हैं बल्कि यह गन्ने के भाप से बनाया जाता है. जब मिश्री का उत्पादन किया जाता है तो उसमें तार के पेड़ का रस मिलाया जाता है. मिश्री पाचन को बढ़ावा देने के साथ-साथ यह खाना खाने के बाद सौंफ के साथ मिलाकर खाने पर भी शरीर को काफी फायदा पहुंचाता है. यह ताज़ा माउथ फ्रेशनर के रूप में भी काम करता है. आयुर्वेद के मुताबिक मिश्री के कई हेल्थ बेनिफिट्स भी हैं. हालांकि, अक्सर आप जो मिश्री खाते हैं वह शुद्ध नहीं हो सकती है. तो ऐसे में सवाल यह उठता है कि कैसे पता करें कि अच्छी क्वालिटी की मिश्री कौन सी है और खराब क्वालिटी की कौन सी? 


इंडियनएक्सप्रेस.कॉम में छपी खबर के मुताबिक 'मल्टीफिट' के न्यूट्रिशनिस्ट रोहित वाघमारे ने कहा,रिफाइंड व्हाइट शुगर नहीं खाने का मन है तो आप उसकी जगह पर मिश्री को डाइट में शामिल कर सकते हैं . रॉक कैंडी रंग में चीनी की तरह ही दिखती है लेकिन इसका स्वाद काफी ज्यादा बेहतर  होता है. 


बाजार में तीन तरह की मिश्री मिलती है


धागे वाली मिश्री: यह केवल मिश्री को एक धागे पर क्रिस्टलीकृत किया जाता है. यह मिश्री का प्रामाणिक, पारंपरिक रूप है.


मिश्री के छोटे-छोटे टुकड़े वाले क्रिस्टल


बिना किसी धागे के बड़े क्रिस्टलीकृत गांठ


नकली और असली मिश्री में फर्क कैसे करें?


न्यूट्रिशनिस्ट रोहित वाघमारे कहते हैं कि अगर आप शुद्ध मिश्री चाहते हैं तो हमेशा धागे वाली मिश्री ही चुनें . आयुर्वेद के मुताबिक मिश्री को धागे के साथ उपयोग करने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह प्रामाणिक, पारंपरिक मिश्री है. आजकल चीनी से बनी मिश्री भी बिकती है, लेकिन वह बिना धागे की होती है. इसलिए, अगर आपको चीनी नहीं मिश्री ही खरीदनी है तो धागे वाली मिश्री ही खरीदें. धागे वाली मिश्री ही खरीदें.


नकली मिश्री को गर्म और असली मिश्री को ठंडा क्यों माना जाता है?


न्यूट्रिशनिस्ट रोहित वाघमारे ने कहा,'नकली मिश्री को कई तरह के कैमिकल्स और हाई हीट के प्रोसेस से बनाया जाता है. और उसमें चीनी की मात्रा काफी ज्यादा अधिक होती है. जो इसे गर्म बनाती है. दूसरी ओर असली मिश्री को गन्ने के घोल और पाल्मीरा पाम ट्री के रस से बनाया जाता है. असली मिश्री को बनाने से पहले गन्ने के रस को ड्र में डालकर बनाया जाता है. जहां धागे पहले से ही रखे होते हैं. और घोल को धागों के चारों ओर सूखने दिया जाता है. मिश्री के क्रिस्टलीकरण और पुन: क्रिस्टलीकरण की प्रक्रिया इसे आसानी से पचाने योग्य बनाती है और शरीर पर एक ठंडा प्रभाव छोड़ती है. जिसकी वजह से असली मिश्री को ठंडा कहा जाता है. 


मिश्री हेल्थ के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है


सर्दी और खांसी का इलाज करता है


खांसी, जुकाम और गले में खराश आम समस्याएं हैं. खासकर सर्दियों में रॉक शुगर हीलिंग गुणों से भरपूर है जो आपको तुरंत ठीक कर सकता है. इसके लिए सबसे पहले आधा चम्मच मिश्री और काली मिर्च लेकर इसका पेस्ट बनाकर रात को सोते समय खाएं. ऐसा करने से गले की खराश ठीक हो जाती है. मिश्री और काली मिर्च का चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लेने से खांसी दूर होती है और अतिरिक्त बलगम भी निकल जाता है.


पाचन को बढ़ावा देता है


रॉक शुगर एक शानदार कैंडी है, आप एक विस्तृत भोजन के बाद खा सकते हैं जो पाचन को बढ़ावा देता है. यह तुरंत पाचन शुरू करता है और आपकी हेल्थ के लिए काफी ज्यादा फादेमंद है. 


पूरे दिन रखता है एनर्जेटीक है


मिश्री पीरियड्स के वक्त मूड स्विंग को कंट्रोल करता है. मिश्री याददाश्त में सुधार करती है और दिमागी थकान को कम करती है. रात के समय मिश्री के साथ एक गिलास गर्म दूध पीना याददाश्त बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका है.


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