थायरॉयड कैंसर भले ही आम कैंसर न हो. लेकिन इसके मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. जबकि फेफड़े, ब्रेस्ट,ओवेरियन या यटेरिन के कैंसर ज्यादा आम हैं. थायरॉयड कैंसर के स्वास्थ्य पर गंभीर रूप से प्रभाव हो सकते हैं. गर्दन के निचले हिस्से में स्थित थायरॉयड ग्रंथि ही वह जगह है जहां यह कैंसर विकसित होता है. जो शरीर के चयापचय, हृदय गति और अन्य आवश्यक कार्यों को प्रभावित करता है.


थायरॉयड कैंसर के टाइप्स


थायरॉयड कैंसर कई रूपों में प्रकट हो सकता है. जिनमें से प्रत्येक की अपनी विशेषताएं और शरीर पर प्रभाव होता है.


1. पैपिलरी थायरॉयड कैंसर:


पैपिलरी थायरॉयड कैंसर सबसे आम प्रकार है, जो 50% से अधिक मामलों में होता है। यह अपनी धीमी वृद्धि और गर्दन में लिम्फ नोड्स तक फैलने की क्षमता के लिए जाना जाता है. हालांकि, फैलने की अपनी प्रवृत्ति के बावजूद इसका अक्सर समय पर इलाज होने पर अच्छा निदान होता है.


2. फॉलिक्युलर थायरॉयड कैंसर:


कोलंबिया विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित शोध के अनुसार, इस रूप में हर्थल सेल कैंसर शामिल है और इसके फेफड़ों और हड्डियों जैसे अंगों तक फैलने की अधिक संभावना है. यह कम आम है लेकिन इसकी आक्रामक प्रकृति के कारण सावधानीपूर्वक ध्यान देने की आवश्यकता है.


3. मेडुलरी थायरॉयड कैंसर:मेडुलरी थायरॉयड कैंसर काफी दुर्लभ है, लेकिन यह आनुवंशिक स्थितियों से जुड़ा हो सकता है. इसके आक्रामक स्वभाव के कारण अक्सर इसमें तुरंत हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है.


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4. एनाप्लास्टिक थायरॉयड कैंसर: यह थायरॉयड कैंसर का एक बहुत ही दुर्लभ और आक्रामक रूप है जो तेज़ी से फैलता है, जिसके लिए तुरंत उपचार की आवश्यकता होती है.


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कारण और जोखिम कारक


थायरॉयड कैंसर कई कारणों से विकसित हो सकता है, और जोखिम कारकों को समझना शुरुआती पहचान के लिए ज़रूरी है.  थायरॉयड कैंसर 40 से अधिक उम्र के लोगों में अधिक आम है। थायरॉयड कैंसर या स्तन या वृषण कैंसर जैसे अन्य कैंसर का पारिवारिक इतिहास भी जोखिम को बढ़ाता है.बढ़े हुए गोइटर, आयोडीन की कमी या थायरॉयडिटिस (थायरॉयड ग्रंथि की सूजन) जैसी स्थितियां कैंसर के विकास में योगदान कर सकती हैं. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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