टाइगर श्रॉफ को फ्लाइट में बैठते ही बैचेनी होने लगती है. मेडिकल भाषा में इसे एयरोफोबिया का नाम दिया गया है. आज हम इसके बारे में विस्तार से बात करेंगे. टाइगर के मुताबिक वह एक टर्बुलेंट फ्लाइट में थे. तब उन्हें फ्लाइंग करते वक्त काफी दिक्कत हुई थी. फ्लाइंग की इस डर को एयरोफोबिया कहते हैं.
एयरोफोबिया होता क्या है?
मरियम वेबस्टर डिक्शनरी के मुताबिक एयरोफोबिया का अर्थ है फ्लाइंग या उड़ते वक्त बैचेनी या अजीब सा डर लगना. फ्लाइंग व्हीक्ल्स जैसे एयरोप्लेन, हेलीकॉप्टर को बोर्ड करने में काफी ज्यादा परेशानी होती है. क्योंकि पहले से ही फ्लाइंग को लेकर लोगों के मन में डर बैठा रहता है. इससे हम परेशान हो जाते हैं.
एरोफोबिया एक खास तरह का फोबिया होता है जिसमें उड़ान या हवाई यात्रा का डर शामिल होता है. जबकि आंकड़े बताते हैं कि फ्लाइट में सफर करना वास्तव में कार और ट्रेन सहित दूसरे साधनों से यात्रा करने से अधिक सुरक्षित है. उड़ान डर का एक सामान्य स्रोत बनी हुई है.
शोध बताते हैं कि हर साल 2.5% से 40% लोग उड़ान से संबंधित चिंता का अनुभव करते हैं. कम अंत के अनुमान संभवतः उन उदाहरणों का प्रतिनिधित्व करते हैं जहां स्थिति का निदान एक मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर द्वारा किया जाता है, जबकि उच्च अंत वाले संभवतः उड़ान चिंता के स्व-मूल्यांकित लक्षणों का परिणाम होते हैं. इसलिए जबकि कई लोग कुछ हद तक उड़ान से डरते हैं. केवल बहुत कम अनुपात वास्तव में फोबिया निदान के मानदंडों को पूरा करते हैं. चाहे आपका उड़ान का डर फोबिया में विकसित हुआ हो या नहीं. यह आपके जीवन की गुणवत्ता पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है.
लक्षण
जिन लोगों को एयरोफोबिया होता है. उन्हें उड़ान के बारे में सोचते समय या हवाई यात्रा करते समय लगातार और तीव्र चिंता का अनुभव होता है. एयरोफोबिया के लक्षण, जिसे एवियोफोबिया भी कहा जाता है, अन्य विशिष्ट फ़ोबिया के समान हैं। उड़ान के डर के शारीरिक लक्षणों में ये शामिल हो सकते हैं.
ठंड लगना
घुटन की अनुभूति
धुंधली सोच
भटकाव
त्वचा का लाल होना
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल परेशानी
हृदय गति में वृद्धि
चिड़चिड़ापन
मतली
कंपकंपी
सांस की तकलीफ़
पसीना आना
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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