Tinnitus Causes: कई बार कान में घूं-घूं की आवाज या फिर सीटी जैसी आवाज आती है. कानों में लगातार सीटी जैसी आवाज आना एक बीमारी है. कुछ लोग इस समस्या को नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन आपको बता दें कि यह कोई आम समस्या नहीं है. टिनिटस या कान में बजने वाली आवाज एक गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है. इस बीमारी का सही समय पर इलाज न किया जाए तो यह लंबे समय तक परेशानी का कारण बन सकती है. आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि कान में आवाज किस वजह से आती है और इस बीमारी के शुरूआती लक्षण क्या होते हैं.
कान में बजने वाली आवाज को नजरअंदाज न करें
कान में तेज आवाज सुनने से लोगों को टिनिटस डिजीज की समसया होती है. बजने वाली आवाज़ सुनने का एक कारण कपाल ट्यूमर का विकास हो सकता है. ध्वनिक न्यूरोमा सौम्य ट्यूमर के लिए एक चिकित्सा शब्द है जो नसों में विकसित होता है जो कानों को दिमाग से जोड़ता है. रक्त प्रवाह के कारण, किसी को बजने की आवाज़ सुनाई दे सकती है, संतुलन बनाने में कठिनाई हो सकती है, या सुनने की क्षमता कम हो सकती है. इसके अलावा कभी-कभी कान में हड्डी की असामान्य वृद्धि से सुनने की क्षमता कम हो जाती है, और टिनिटस सबसे शुरुआती लक्षण हो सकता है.
समय रहते समझें इस बीमारी का संकेत
अगर कोई इंसान अक्सर बजने वाली आवाज को महसूस करता है, तो यह इसका कारण यह भी हो सकता है कि कान के पर्दे पर कुछ बुरा असर पड़ा है. इसी के साथ अध्ययनों से पता चला है कि हाइपोथायरायडिज्म से पीड़ित कम से कम 50% लोग टिनिटस का अनुभव करते हैं और समय पर इलाज नहीं किए जाने पर उनकी सुनने की क्षमता खो सकती है. आयरन पूरे शरीर में ऑक्सीजन युक्त रक्त के परिवहन में मदद करता है, आयरन की कमी के कारण धमनियां कठिन पंप करती हैं. ऐसे मामलों में, हृदय कड़ी मेहनत करता है और प्रभावित लोग दिल की धड़कन या अपनी नाड़ी सुनने में सक्षम होते हैं. इस प्रकार को पल्सेटाइल टिनिटस कहा जाता है. ऐसे लोग दिल से जुड़ी बीमारियों की चपेट में भी आ जाते हैं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.