नई दिल्ली: डायजेशन आपकी जीवनशैली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, इसलिए हेल्‍दी बॉडी के लिए डायजेशन में सुधार लाना बेहद जरूरी है. डायट में नींबू, लहसुन और दलिए जैसी चीजों को शामिल करके डायजेस्टिव सिस्‍टम को सुधारा जा सकता है. ओरिफ्लेम इंडिया की न्‍यूट्रिशन एक्‍सपर्ट सोनिया नारंग ने ज्यादा प्रयास किए बिना डायजेस्‍िटव सुधारने के लिए डायट में शामिल किए जाने वाले खाद्य पदार्थो के बारे में ये जानकारियां दी है:


ग्रीन टी डायजेशन बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, इसमें कैटेचिन पोलीफेनॉल्स पाई जाती हैं. इसमें कैलोरी नहीं होती और यह विटामिन ए, विटामिन ई, विटामिन सी और विटामिन बी युक्त होती है, जो मैगनीज का अच्छा स्रोत होती है. यह भूख को कम करती है और ब्‍लड क्‍लोटिंग बनने से रोक कर खराब कोलेस्ट्रॉल स्तर को कम करती है. यह दिल की बीमारियों से बचाती है.

एग व्हाइट (अंडे का सफेद हिस्सा) : इसमें अमीनो एसिड होता है जो डायजेशन को बढ़ाता है, यह फैट, कैलोरी और कोलेस्ट्रॉल मुक्त होता है. यह प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत है, उत्तकों का मरम्मत करता है. यह हड्डियों, मांसपेशियों और कोशिकाओं के ब्लॉक को निर्मित करता है. एग व्हाइट में विटामिन बी2 भी होता है जो डायजेशन क्रियाओं को बढ़ाने में सहायक होता है.

नींबू : यह एक प्राकृतिक डिटॉक्सीफायर है. यह लीवर और शरीर से डिटॉक्सिफाई पदार्थो को बाहर निकाल देता है.

दलिया : यह एक स्वास्थ्प्रद नाश्ता होता है. दलिया में फाइबर ज्यादा होता है, जो पाचन के लिए फायदेमंद है. दलिया विटामिन बी1, बी5 और बी6 पाया जाता है.

अदरक : तीन घंटे में चायपचय क्रिया को 20 प्रतिशत तक बढ़ा सकता है. यह माहवारी के दौरान होने वाली दर्द व ऐंठन, दिल की बीमारियों, सर्दी व फ्लू, यात्रा से हुई थकान और मार्निग सिकनेस को दूर करता है.

बादाम : इसमें फैटी एसिड होता है, जो चयापचय को बढ़ाता है. विटामिन ई से भरपूर होने के कारण यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है.

ब्रोकोली : यह कैल्शियम और विटामिन सी से भरपूर होने के कारण चयापचय को बढ़ाता है. इसमें कम कैलोरी होता है और इसमें विटामिन ए और विटामिन के भी पाया जाता है.

पालक : स्वास्थ्य को लिए बहुत फायदेमंद होता है. विटामिन के युक्त होने के कारण इसकेसेवन से हड्डियां मजबूत रहती हैं. इसमें पाए जाने वाले विटामिन ए से आंखों की रोशनी बढ़ती है. पालक आयरन, मैग्नीज कॉपर और जिंक जैसे खनिज पदार्थो का अच्छा स्रोत होता है.

लहसुन : वसा को कम कर चयापचय क्रिया को बढ़ाता है, इसके सेवन से मुंहासों, दाग धब्बों से छुटकारा मिलता है, यह कैंसर से बचाता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है. यह विटामिन बी6 और विटामिन सी से समृद्ध होता है.

सेब : इसमें पाया जाने वाला पेक्टिन चयापचय क्रिया को बढ़ाता है. क्वेरसेटिन, एपिकेटेचिन, प्रोसियानिडिन बी2 और विटामिन सी युक्त होने के कारण यह एक प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है.