Protein Leakage in Urine: प्रोटीन हमारे शरीर का एक आवश्यक तत्व है. शरीर की मांसपेशियों और हड्डियों के निर्माण और विकास में प्रोटीन अहम रोल निभाता है. प्रोटीन किसी एक प्रकार का नहीं होता बल्कि हमारे शरीर में ही कई तरह के प्रोटीन होते हैं, जो शरीर को हेल्दी रखने में मदद करते हैं. लेकिन कई अलग-अलग कारणों से प्रोटीन यूरिन के रास्ते शरीर से बाहर निकलने लगता है तो इसका सेहत पर बहुत बुरा असर पड़ता है. ऐसा क्यों होता है, इससे कैसे बचा जा सकता है, इस बारे में यहां बताया जा रहा है...


शरीर में प्रोटीन के काम 


बालों की ग्रोथ से लेकर हड्डियों और नाखूनों के बनने तक हर चीज में प्रोटीन का अहम रोल होता है. इनके अलावा प्रोटीन शरीर के कई दूसरे जरूरी काम करता है, जिनके बिना मानव शरीर ठीक से चल भी नहीं सकता. ये काम इस प्रकार हैं...



  • शरीर को इंफेक्शन से बचाना

  • ब्लड में अन्य लिक्विड की मात्रा को कंट्रोल करना


क्यों आने लगता है यूरिन में प्रोटीन


जब हमारे शरीर से गैर जरूरी द्रव यूरिन के माध्यम से बाहर निकलने की प्रक्रिया से गुजरता है तो इस समय तक इस लिक्विड में प्रोटीन भी मिला हुआ होता है. यूरिन पास करने से पहले हमारे गुर्दे यानी किडनी यूरिन को फिल्टर करते हैं और इसमें मिले हुए प्रोटीन को अलग करते हैं, फिर प्रोटीन की क्लिनिंग होती है और तब ये प्रोटीन वापस ब्लड में मिक्स हो जाता है. 


लेकिन जब किडनी यह सब काम सही तरीके से नहीं कर पाती है, तब यूरिन के माध्यम से प्रोटीन शरीर से बाहर निकलने लगता है (Protien in urine). इस स्थिति को प्रोटीन्यूरिया (Proteinuria) कहते हैं. प्रोटीन्यूरिया के कारण रक्त में प्रोटीन की कमी हो जाती है और कई तरह की सेहत संबंधी समस्याएं होने लगती हैं, इन्हें आप इस बीमारी के प्रारंभिक लक्षणों के रूप में भी समझ सकते हैं. 


प्रोटीन्यूरिया के प्रारंभिक लक्षण



  • यूरिन में बहुत अधिक झाग आना

  • बार-बार यूरिन आने की समस्या

  • चेहरे पर सूजन होना

  • सोते समय मांसपेशियों में ऐंठन होना

  • पैरों पर सूजन आना

  • सांस फूलना

  • थकान रहना

  • भूख कम लगना


प्रोटीन्यूरिया के ये लक्षण किसी अन्य किडनी डिजीज के समय भी दिखाई देते हैं. इसलिए यदि आपको पैरों में, चेहरे पर, पेट पर या घुटने पर सूजन होने के साथ, यूरिन में बहुत अधिक झाग आने की समस्या हो रही हो तो आपको तुरंत डॉक्टर से जांच करा लेनी चाहिए.


किस उम्र में होती है यह समस्या?


प्रोटीन्यूरिया की समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है. लेकिन मुख्य रूप से यह बीमारी टीनेजर बच्चों में और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों में देखी जाती है. 


प्रोटीन्यूरिया से बचाव और इलाज


इस बीमारी से बचने का सबसे अच्छा तरीका तो यही है कि आप अपनी लाइफस्टाइल को सही रखें और डायट संबंधी लापरवाहियां ना बरतें. लेकिन जिन लोगों को बढ़ती उम्र के कारण (65 साल की उम्र के बाद) या पारिवारिक हिस्ट्री के कारण यह बीमारी हुई हो, उस स्थिति में चीजें पूरी तरह व्यक्ति के अपने हाथ में नहीं होती हैं. 


प्रोटीन्यूरिया के कारणों को पहचानकर इनका इलाज किया जाता है. सीधे तौर पर प्रोटीन्यूरिया का कोई इलाज नहीं होता है. जिन कारणों से यह बीमारी हो रही होती है, उनके इलाज के लिए दवाएं दी जाती हैं, जिससे स्थिति नियंत्रित हो जाती है.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. 


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