Type 2 Diabetes: टाइप - 2 डायबिटीज से परेशान मरीजों में मसल्स लॉस एक आम समस्या हो गई है. दुनिया भर में कई लोग इस बीमारी से परेशान है. इनमें शुगर की दिक्कत सबसे ज्यादा यंग लोगों में देखी गई है. टाइप - 2 डायबिटीज मरीजों के लिए यह एक गंभीर परेशानी का विषय है. शुगर होने की वजह से शरीर की मांसपेशियां कमजोर होने लगती है साथ ही टूटने की भी संभावना रहती है.


डायबिटीज की वजह से शरीर में सूजन आ सकती है, जिससे मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं. कई बार टाइप - 2 के मरीजों के खून में बहुत ज्यादा शक्कर रहती है, जिससे भी मांसपेशियों को नुकसान पहुंच सकता है. कम एनर्जी मिलना भी मांसपेशियों की कमजोर होने का कारण बन सकता है. 


जानें इसके लक्षण


टाइप - 2 डायबिटीज के कई लक्षण है, जैसे कि बहुत ज्यादा पेशाब आना, हमेशा थकान महसूस करना, घाव या चोट लंबे समय तक ठीक नहीं होना, आंखों से धुंधला दिखाई देना भी इसके लक्षण हो सकते हैं. इसके अलावा आपके हाथ, पैरों में सूजन बना रहना, झुनझुनी आना, बेहद ज्यादा भूख लगना, अचानक से वजन कम होना भी टाइप - 2 के लक्षण हो सकते हैं. आपको अगर गर्दन के पास कालापन जमा हो जाता है तो भी यह टाइप - 2 डायबिटीज का संकेत हो सकता है. इसके अलावा  टाइप - 2 पेशेंट की मांसपेशियां कमजोर होने के भी कई लक्षण होते हैं, शरीर में थकान और कमजोरी महसूस होना, अचानक से वजन कम होना, काम करने में मुश्किल होना और हर समय थका हुआ रहना.


ऐसे करें बचाव


टाइप - 2 डायबिटीज मरीजों को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है. इसके लिए उन्होंने रोजाना व्यायाम और एक्सरसाइज करना चाहिए. यही नहीं उन्हें सही आहार का सेवन करना चाहिए. ध्यान रहे इसमें पेशेंट का वजन हमेशा कंट्रोल में रहना चाहिए साथ ही उन्हें कम से कम 8 घंटे की नींद जरूर लेना चाहिए. डायबिटीज पेशेंट को बीच-बीच में  जांच करवाना चाहिए, जिससे उन्हें ज्यादा दिक्कतों का सामना न करना पड़े. अगर इन सब उपायों को करने के बाद भी मांसपेशियों में दिक्कत बनी रहती है तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


यह भी पढ़ें : पानी पीना भूल जाते हैं, तो फॉलो करें ये 5 टिप्स, नहीं होगी पानी की कमी