Leaves To Reduce Fever: बदलते मौसम के साथ खांसी बुखार जैसी समस्याएं होना आम है. इसे दूर करने के लिए आपकी इम्युनिटी पावर मजबूत होनी चाहिए. ऐसे में अगर आप इम्युनिटी बूस्ट करके हल्की-फुल्की खांसी बुखार को आयुर्वेदिक जड़ी बूटी से दूर करना चाहते हैं तो हम आपको पांच बहुत ही फायदेमंद पत्तों की जानकारी दे रहे हैं, जिसके इस्तेमाल से इम्युनिटी बूस्ट होगी और बुखार जैसी समस्या दूर हो सकती है,लेकिन साथ में आपको अपना खास ख्याल भी रखना होगा. सही पोषक तत्व लेने होंगे और अगर समस्या बढ़ जाए तो डॉक्टर को दिखाना जरूरी होगा.


धनिया के पत्ते-जिस धनिया की पत्ती कि आप चटनी बनाकर खाते हैं, वो बुखार कम करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. दरअसल धनिया के पत्ते और बीजों में फाइटोन्यूट्रिएंट्स गुण पाए जाते हैं, जो इम्यूनिटी को मजबूत करके शरीर को हेल्दी रखने में मदद करते हैं. इसका इस्तेमाल करने के लिए आधा लीटर पानी में धनिया पत्ती डालकर इस पानी को पिएं. ऐसा करने से वायरल फीवर कम होने के साथ सर्दी जुखाम की परेशानी भी दूर हो सकती है.


तुलसी-तुलसी के पत्तों के फायदे तो सब जानते हैं, औषधीय गुणों से भरपूर होने की वजह से अक्सर इसे खांसी जुकाम ठीक करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. वहीं इससे बुखार भी कम किया जा सकता है. इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो मौसमी फीवर में शरीर की रक्षा करते हैं. इसका इस्तेमाल करने के लिए तुलसी की चाय पी जा सकती है. इसके अलावा पत्ते चबाकर भी खाए जाते हैं.


सहजन-सहजन के पत्ते का भी इस्तेमाल बुखार को कम करने के लिए किया जा सकता है. इनमें एंटीबैक्टीरियल और एंटी वायरल गुण पाए जाते हैं, जो बुखार को कम करने के साथ इम्यूनिटी को मजबूत करता है. सहजन के पौधे की छाल शरीर से टॉक्सिंस बाहर निकालकर शरीर को हेल्दी रखने में मदद करता है.


ऑरेगैनो-ऑरेगैनो एक गुणकारी पौधा है जिसका इस्तेमाल आयुर्वेदिक उपचार में किया जाता है. ऑरेगैनो को अजवाइन की पत्तियों के नाम से जाना जाता है.यह एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है, जो संक्रमण फैलाने वाले वायरस और बैक्टीरिया से लड़ता है और कॉमन कोल्ड बुखार को कम कर सकता है. 


सेज-सेज के पत्ते को तेजपत्ता के नाम से भी जाना जाता है. ये शरीर की कई समस्याओं को आसानी से दूर कर सकते हैं. इसमें सैफीसिनोलाइड कंपाउंड होते हैं जो बुखार जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं.इसके पत्तों का काढ़ा बनाकर पिया जा सकता है.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.