यदि आपको गर्मागम चाय पीना काफी ज्यादा पसंद है. तो फिर यह खबर पढ़ने के बाद आप टेंशन में जरूर आ जाएंगे. हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक गर्म चाय या कॉफी पीने से गले में या यूं कहे फूड पाइप जिसे 'ओओसोफेगल म्यूकोसा' में थर्मल और चोटें लग जाती है. जिसके कारण 'ओओसोफेगल कैंसर' का खतरा हो सकता है. नोएडा के 'शारदा हॉस्पिटल' के एमडी डॉ. श्रेय श्रीवास्तव के मुताबिक सिर्फ गर्मागर्म चाय-कॉफी से ही गले के कैंसर होने की संभावना नहीं होती है. बल्कि गले में कैंसर होने के कई कारण हो सकते हैं.  उसी में से एक कारण गर्म चाय भी हो सकता है. 


वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के फेमस डॉक्टर दशातवार के मुताबिक


डॉ. दशातवार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के तहत 'इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर' के 2016 में पब्लिश एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कई हेल्थ एक्सपर्ट और डॉक्टर्स का मानना है कि गर्मागर्म चाय पीने से ओसोफेजियल सेल्स में इतनी खतरनाक चोट लगती है. जिसे वापस आने में कई इलाज से गुजरना पड़ता है. और एक समय के बाद यह खतरनाक कैंसर का रूप ले लेती है. 'द लांसेट ऑन्कोलॉजी' में पब्लिश एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन, ईरान और तुर्की जैसे देशों में जहां लोग बहुत ज्यादा गर्म चाय (लगभग 70 डिग्री सेल्सियस) या कॉफी पी जाती है.  इस पूरी रिपोर्ट में देखा गया है कि इन देशों में ओसोफेजियल कैंसर का खतरा काफी ज्यादा बढ़ा है. 


गले के कैंसर इतने तरह के होते हैं


एसोफैगस से जुड़े कैंसर के प्रकार हैं ओसोफेजियल स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा (ईएससीसी) और एसोफेजेल एडेनोकार्सीनोमा (ईएसी) हैं.


गर्म चाय एक हद तक आपके गले के सेल्स को डैमेड कर देती है


एसोफैगस से जुड़े कैंसर के प्रकार ओसोफेजियल स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा (ईएससीसी) और एसोफेजेल एडेनोकार्सीनोमा (ईएसी) हैं. हालांकि,डॉ श्रीवास्तव ने कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि सिर्फ गर्म चाय पीने से ही इसोफेजियल कैंसर का खतरा रहता है. डॉ दशातवार ने कहा,तम्बाकू, शराब, सुपारी, स्मोक्ड मांस की खपत, खराब पोषण और स्वच्छता के साथ-साथ पर्यावरण प्रदूषण के कारण भी कैंसर का खतरा बढ़ा रहता है. सिर्फ गर्म चाय को आप गले के कैंसर का खतरा नहीं समझ सकते हैं. लेकिन साथ ही यह बात भी सच है कि जो लोग तंबाकू या शराब पीते हैं उनके लिए गर्म चाय पीना कैंसर के खतरे को दोगुना बढ़ा देता है. 


हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक जब भी आपके सामने काफी ज्यादा गर्म चीज पीने या खाने को रखी हुई है तो उसे 60-65 डिग्री तक ठंडा होने दें. उसके बाद ही उसे खाने या पीने का मन बनाएं. क्योंकि तंबाकू खाने वाले लोग ज्यादा गर्म कुछ पीते हैं या खाते हैं तो एसोफेजियल रीफ्लक्स  बीमारी होने का जोखिम बढ़ जाता है. 


गले के कैंसर के लक्षण


निगलने में दिक्कत (डिस्पैगिया)


बिना कोशिश किए वजन कम होना


सीने में दर्द, दबाव या जलन


बिगड़ती अपच या सीने में जलन


खांसी या स्वर बैठना


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीके और सुझाव प्रफेशनल्स द्वारा दिए गए इनपुट्स पर आधारित हैं. इन्हें अमल करने से पहले संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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