Underwear Mistakes: साल 2019 में एक अंडरवियर मैन्युफैक्चरर द्वारा किए गए एक सर्वे के मुताबिक 45 प्रतिशत लोग दो या इससे ज्यादा दिनों तक एक ही अंडरवियर पहने रखते हैं. सर्वे बताता है कि महिलाओं की तुलना में पुरुष ये काम ज्यादा करते हैं. पुरुष एक ही अंडरवियर को एक हफ्ते या इससे ज्यादा दिनों तक पहने रखते हैं. ज्यादातर लोगों को यह लगता है कि एक ही अंडरवियर पहनने से उनके स्वास्थ्य पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा. जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है.


आपको यह जानकर हैरानी होगी कि एक ही अंडरवियर को कई दिनों तक बिना धुले पहने रहने से आप कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं. हम यहां अंडरवियर से जुड़ी उन पांच गलतियों का जिक्र करने जा रहे हैं, जो लोग अक्सर करते देखे जाते हैं. अगर आप इन गलतियों पर ध्यान देंगे तो प्राइवेट पार्ट के साथ-साथ पूरे स्वास्थ्य को बेहतर रख पाएंगे.


पहली गलती: सूती कपड़े से बने अंडरवियर का इस्तेमाल नहीं करना


कई लोग अंडरवियर को खरीदने वक्त एक गलती करते हैं और वो ये कि वो कॉटन के बजाय किसी और कपड़े का अंडरवियर खरीदते हैं. लोगों को लगता है कि इसे तो अंदर पहनना है और कौन ही देखने आ रहा है, इसलिए वे अक्सर गलत कपड़े का चुनाव करते हैं. जबकि अंडरवियर हमेशा कॉटन के कपड़े का लिया जाना चाहिए. अगर आप कॉटन नहीं लेना चाहते तो इतना ध्यान रखें कि अंडरवियर का सेंटर पार्ट कॉटन का हो, ताकि किसी भी तरह का गीलापन यह जल्दी सोख ले.


ऑब्स्टेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी में साल 2018 में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, सूती कपड़े वाले अंडरवियर नहीं पहनने से यीस्ट इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. पॉलिएस्टर और सिंथेटिक जैसे कपड़ों के अंडरवियर आपके प्राइवेट पार्ट को नुकसान पहुंचा सकते हैं. क्योंकि ये फैब्रिक पानी को सोखने वाले नहीं होते हैं. यही वजह है कि इनमें बैक्टीरिया और फंगस के पनपने का खतरा बना रहता है. कॉटन अंडरवियर में नमी को सोखने की क्षमता होती है. जो महिलाएं कॉटन की पैंटी पहनती हैं, उनमें वैजाइनल इंफेक्शन की संभावना कम रहती है.


दूसरी गलती: छोटे साइज का अंडरवियर पहनना


अपने साइज से छोटे अंडरवियर पहनने से हर किसी को बचना चाहिए, क्योंकि इससे आपका प्राइवेट पार्ट पसीने से भीग सकता है और गर्म हो सकता है. इतना ही नहीं, जलन की समस्या भी पैदा हो सकती है. साथ ही साथ प्राइवेट पार्ट में इन्फेक्शन होने की संभावना भी बन सकती है. टाइट अंडरवियर 'वुल्वोडनिया' नाम की एक दर्दनाक स्थिति को ट्रिगर कर सकती है. यही वजह है कि हमेशा ऐसे अंडरवियर का चुनाव करना चाहिए जो बिल्कुल फिट हो यानी न ज्यादा टाइट हो और ना ही ज्यादा ढीला.


तीसरी गलती: अंडरवियर धोने के लिए खुशबूदार डिटर्जेंट का इस्तेमाल करना 


कई लोग अंडरवियर को धोने के लिए खुशबूदार डिटर्जेंट का इस्तेमाल करते हैं, जो कि गलत है. आपके प्राइवेट पार्ट की स्किन सॉफ्ट और सेंसिटिव होती है, इसलिए अंडरवियर को धोने के लिए ऐसे डिटर्जेंट का इस्तेमाल करने से बचें जो खुशबू से भरपूर होते हैं. क्योंकि इससे जलन की समस्या पैदा हो सकती है. खुशबूदार डिटर्जेंट में मौजूद केमिकल जलन और खुजली पैदा करते हैं. इसलिए इनके इस्तेमाल से बचने का प्रयास करें.


चौथी गलती: अंडरवियर पर लगे स्टेन को इग्नोर करना


आपको अपने अंडरवियर पर होने वाले डिस्चार्ज के कलर पर नजर रखनी चाहिए. क्योंकि ये डिस्चार्ज आपको आपके प्राइवेट पार्ट की हेल्थ से जुड़ीं कई बातें बता सकता है. अगर आपको सफेद रंग का डिस्चार्ज हुआ है तो यह नॉर्मल है, लेकिन अगर हरे या भूरे रंग का डिस्चार्ज हुआ है तो इसकी संभावना है कि आपको बैक्टीरियल वेजिनोसिस हुआ हो. बैक्टीरियल वेजिनोसिस तब होता है जब योनि में बैक्टीरिया की संख्या बढ़ जाती है. ऐसी स्थिति में डिस्चार्ज झागदार और मवाद जैसा दिखाई देता है. डिस्चार्ज के कलर के साथ-साथ इससे आने वाली स्मैल पर भी ध्यान दें. अगर आपको डिस्चार्ज से ऐसी स्मैल आ रही है, जो अजीब है या अनजानी है तो अलर्ट हो जाएं. क्योंकि ये किसी बीमारी के होने का संकेत भी हो सकता है. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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