एक्सप्लोरर
Advertisement
यूपी में अस्पताल की लापरवाही: ऑपरेशन के बाद पेट में छोड़ी कैंची, महिला की मौत
आरोप है कि ऑपरेशन के दौरान डाक्टर ने लापरवाही के चलते एक छोटी कैंची छोड़ दी थी. पेट में दर्द होने पर महिला की अल्ट्रासाउण्ड जांच करायी गई.
इलाहाबाद: उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में डाक्टर की लापरवाही से एक महिला की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है. आरोप है कि डिलेवरी केस में महिला के पेट का ऑपरेशन करने के बाद प्राइवेट अस्पताल के डाक्टर ने लापरवाही बरतते हुए कैंची पेट में ही छोड़ दी थी. कैंची पडी होने की वजह से महिला को इंफेक्शन हो गया और ऑपरेशन के 15 दिन बाद उसकी मौत हो गई.
पीड़ित परिवार की शिकायत पर इलाहाबाद पुलिस ने आरोपी डाक्टर के खिलाफ केस दर्ज कर अपनी जांच शुरू कर दी है. पुलिस अफसरों का कहना है कि ऑपरेशन के बाद हुए अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में अभी किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है.
इस सनसनीखेज मामले में यूपी के डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने अफ़सोस जताया है और जांच के आदेश दिए हैं. डिप्टी सीएम का कहना है कि अगर जांच में डाक्टर दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
महिला की ज़िंदगी से खिलवाड़ करने का यह मामला शहर से तकरीबन 35 किमी दूर मऊआइमा इलाके के एक निजी अस्पताल का है. मदर चाइल्ड हॉस्पिटल में संध्या नाम की एक महिला को डिलेवरी के लिए भर्ती कराया गया. हॉस्पिटल के डाक्टर ने ऑपरेशन किया.
आरोप है कि ऑपरेशन के दौरान डाक्टर ने लापरवाही के चलते एक छोटी कैंची छोड़ दी थी. पेट में दर्द होने पर महिला की अल्ट्रासाउण्ड जांच करायी गई. जांच में महिला के पेट में ऑपरेशन के दौरान कैंची छूटने की बात सामने आयी, जिसके बाद डॉक्टर ने दोबारा महिला का ऑपरेशन कर कैंची बाहर निकाली. लेकिन दोबारा ऑपरेशन के बाद महिला की हालत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई. महिला की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है.
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, लाइफस्टाइल और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
झारखंड
साउथ सिनेमा
शिक्षा
Advertisement
विनोद बंसलवीएचपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता
Opinion