यूरिन करना डेली लाइफ की एक रूटीन प्रक्रिया है. डॉक्टर खुद कहते हैं  कि यूरिन समय से जाना चाहिए. इसको रोकने की कोशिश ना करें. इससे इंटरनल लेवल पर यूरिन की थैली फट सकती है. कई बार यह दिक्कत जान पर भी भारी पड़ सकती है. लेकिन यूरिन आना अबनॉर्मल तब हो जाता है. जब यह बार-बार आने लगे. अगर दिन में यूरिन कई बार आ रहा है. कई बार आप सोने जा रहे हैं तो अलर्ट होने की जरूरत है. डॉक्टर बताते हैं यूरिन बार बार आना कई बीमारियों का इंडिकेशन है. इन्हें समय पर समझने की जरूरत है. यह उन बीमारियों का लक्षण है, जो बॉडी में धीरे-धीरे पनप रही होती है. आइए जानते हैं कि अधिक यूरिन आने से कौन-कौन सी बीमारियों का होने का खतरा पैदा हो जाता है.


डायबिटीज भी है वजह
 डॉक्टर बताते हैं कि किडनी ब्लड शुगर को यूरिन के माध्यम से बाहर निकाल देती है. ऐसे में जब डायबिटीज होती है तो ब्लड में शुगर का लेवल बढ़ जाता है. इससे यूरिन अधिक आने लगता है. ऐसे कई लोग हैं, जिन्हें रात में हर दो घंटे के दौरान ही पेशाब आने लगता है। समय रहते इसकी जांच करानी चाहिए.


कहीं किडनी में प्रॉब्लम तो नहीं
किडनी शरीर में इम्पोर्टेंट पार्ट है। यह बॉडी से जहरीले पदार्थों को निकालने का काम करती है. इसमें प्रमुख कार्यों नाइट्रोजनयुक्त विषाक्त पदार्थ हैं. ऐसा कर किडनी ब्लड साफ करने का काम करती है. जब किडनी डैमेज होने लगती है या फिर किसी इंफेक्शन से की चपेट में आती है तो इसका यूरिन बाहर निकालने का काम प्रभावित होता है.  व्यक्ति बहुत कम, लेकिन कई बार यूरिन जाता है. इससे बॉडी में जहरीले टॉक्सिंस व प्रोटीन इकट्ठा होने लगता है। ये जहरीले पदार्थ बॉडी से बाहर नहीं हो पाते और इससे किडनी के साथ ही अन्य अंगों की सेहत भी खराब हो जाती है। किडनी खराब होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें हाई ब्लडप्रेशर, चोट, डायबिटीज आदि शामिल हैं.


UTI
Urinory tract infection को UTI कहा जाता है. जब ब्लेडर और ट्यूब्स में बैक्टीरिया बहुत बढ़ जाता है तो ब्लेडर में सूजन आ जाती है। इस कारण वह पेशाब को इक्ट्ठा नहीं कर पाता है। इसलिए जैसे ही किडनी लिक्विड को फिल्टर करती है, वैसे ही यूरिन आने का अहसास होने लगता है। यही वजह है कि थोड़ी-थोड़ी देर में यूरिन जाना पड़ता है। इसलिए यदि पेशाब आ रहा है तो जांच करानी चाहिए.


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