सभी महिलाओं को कभी न कभी किसी न किसी वजह से वेजाइनल डिस्चार्ज होता है. कई बार तो यह आम समस्या होती है, लेकिन कई बार ये शरीर में पैदा होने वाली तमाम बीमारियों का सिग्नल दे सकती है. महिलाओं में होने वाले कॉमन वेजाइनल डिस्चार्ज का रंग सफेद या ऑफ-व्हाइट होता है, लेकिन अगर आप कभी-भी अपने डिस्चार्ज के रंग में बदलाव महसूस करें तो तुरंत सतर्क हो जाएं. क्योकिं ये एक खतरनाक स्थिति भी हो सकती है, जिसको नजरअंदाज करना जान के लिए बड़ा जोखिम पैदा कर सकता है.


वेजाइनल डिस्चार्ज आपके प्राइवेट पार्ट (वजाइना) को किसी भी तरह के संक्रमण और जलन से बचाता है. वेजाइनल डिस्चार्ज का रंग आपकी हेल्थ के बारे में काफी कुछ बयां कर सकता है. ये डिस्चार्ज सफेद रंग का एक लिक्विड होता है. ये महिलाओं के वजाइना और गर्भाशय ग्रीवा में स्थित ग्रंथियों से रिलीज होता है. वेजाइनल डिस्चार्ज शरीर से डैड सेल्स और बैक्टीरिया को रिमूव कर देता है. इसकी वजह से  महिलाओं का प्राइवेट पार्ट कई प्रकार के संक्रमणों से सुरक्षित रहता है.


वेजाइनल डिस्चार्ज का रंग क्या बताता है?


सफेद वेजाइनल डिस्चार्ज: अगर प्राइवेट पार्ट से मोटे सफेद रंग का लिक्विड रिलीज होता है तो इसे नॉर्मल माना जाता है. हालांकि अगर डिस्चार्ज ज्यादा खुजली और जलन के साथ रिलीज हो रहा है तो आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए. क्योंकि आपको यीस्ट इंफेक्शन हो सकता है.


पीला वेजाइनल डिस्चार्ज: अगर आपको पीले रंग का वेजाइनल डिस्चार्ज होता है तो लापरवाही बिल्कुल न बरतें. क्योंकि ऐसा बैक्टीरियल या सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन के कारण हो सकता है.


हरा वेजाइनल डिस्चार्ज: यह बैक्टीरिया के इन्फेक्शन या सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन की वजह से हो सकता है. ऐसी स्थिति में भी तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना अच्छा विकल्प रहेगा.


ब्राउन वेजाइनल डिस्चार्ज: भूरे रंग का वेजाइनल डिस्चार्ज कभी-कभी इरेगुलर पीरियड्स की वजह से होता है. अगर आपको ऐसा होता है, तो डॉक्टर से कॉन्टैक्ट करने में देरी न करें. क्योंकि ये यूटरस और सर्वाइकल के कैंसर का लक्षण हो सकता है.
 
यीस्ट इन्फेक्शन डिस्चार्ज: अगर डिस्चार्ज बहुत गाढ़ा और सफेद रंग का होता है, वो भी गंभीर जलन और खुजली के साथ, तो संभावना है कि ये यीस्ट इन्फेक्शन हो सकता है.


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