Vaginal Itching: वजाइना आपके शरीर का सबसे सेंसिटिव पार्ट होता है. यही वजह है कि फंगस और बैक्टीरिया इसे आसानी से प्रभावित कर सकते हैं और जलन, खुजली तथा गीलेपन की समस्या पैदा कर सकते हैं. कभी न कभी हर महिला प्राइवेट पार्ट में जलन और खुजली की परेशानी से रूबरू होती है. हालांकि अगर ये समस्या आपको बार-बार हो रही है तो वक्त आ गया है कि इसको सीरियसली ले ली जाए. क्योंकि वजाइना में खुजली होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनपर ध्यान देने की जरूरत है. 


कई बार ठीक से साफ-सफाई नहीं करने की वजह से भी वजाइना में खुजली हो जाती है, जो एक बहुत ही कॉमन प्रॉब्लम है. लेकिन कुछ महिलाओं में खुजली और जलन की समस्या ज्यादा देखी जाती है, जिसे नजरअंदाज करना खतरनाक साबित हो सकता है. योनि में लगातार हो रही खुजली के कारण उस हिस्से में कई बार सूजन भी हो जाती है. वजाइना का पीएच कम होने की वजह से कभी-कभी इसमें खुजली होने लगती है. वजाइना में खुजली होने के कई कारण हो सकते हैं. 


वजाइना में खुजली होने के कारण?


1. यीस्ट इनफेक्शन: ये इनफेक्शन वजाइना में यीस्ट की ओवरग्रोथ के कारण होते हैं. यीस्ट इनफेक्शन की वजह से जलन, खुजली और मोटे सफेद डिस्चॉर्ज की समस्या हो सकती है.


2. बैक्टीरियल वेजिनोसिस: ये वजाइना में बैक्टीरिया के बढ़ने की वजह से होता है. बैक्टीरियल वेजिनोसिस से पीड़ित महिलाओं की वैजाइनल स्मैल अजीब होती है और नार्मली होने वाले डिस्चॉर्ज की स्मैल से अलग होती है. इसका रंग भूरा होता है.


3. सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन: कुछ सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन (STI) जैसे- क्लैमाइडिया, गोनोरिया और ट्राइकोमोनिएसिस वजाइना में खुजली और डिस्चार्ज का कारण बन सकते हैं.


4. एलर्जी या जलन: कुछ महिलाओं को कुछ हार्मफुल प्रोडक्ट की वजह से वजाइना में एलर्जी हो जाती है, जिसकी वजह से खुजली और जलन की समस्या पैदा हो सकती है. इन हार्मफुल प्रोडक्ट्स में स्परमिसिडिस, सेंटेंड टैम्पोन, डूशेज आदि शामिल हैं.


5. मेनोपॉज: मेनोपॉज के दौरान एस्ट्रोजेन का लेवल घटता है. वजाइना के टीशूज़ पतले और सूखे हो जाते हैं, जिससे खुजली और जलन हो सकती है.


क्या है इलाज?


1. एंटिफंगल दवाएं: ये दवाएं यीस्ट इनफेक्शन के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाती हैं. इनकी मदद से खुजली की समस्या को दूर किया जा सकता है.


2. एंटीबायोटिक्स: इनका इस्तेमाल बैक्टीरियल वेजिनोसिस और कुछ सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन के इलाज के लिए किया जाता है.


3. टॉपिकल स्टेरॉयड: ये सूजन और खुजली को कम करने में मदद कर सकते हैं.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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