Vaping Side Effects Long-Term: वैपिंग भी नशे का एक प्रकार है. जिस तरह लोग सिगरेट पीकर नशे को पूरा करते हैं. नशे की पूर्ति के लिए वैपिंग की जाती है. यूएस के वर्जिनिया में वैपिंग से जुड़ा बेहद खतरनाक मामला सामने आया है. वैपिंग के एडिक्ट हो चुके युवक के लंग्स 4 बार डैमेज हो गए. युवक ने अपनी कहानी स्थानीय मीडिया के साथ साझा की है. उसने दावा किया है कि वापिंग के कारण उसके फेफड़े चार बार डैमेज हो गए. 


युवक ने सुनाई ये कहानी


19 वर्षीय ड्रेवेन हैटफील्ड का कहना है कि जब वह सिर्फ 13 साल के थे, तब उन्होंने वेपिंग शुरू कर दी थी. पहले सप्ताह में एक बार वैपिंग करता था. लेकिन बाद में ऐसी स्थिति बनी कि हर दिन हर समय वैपिंग करने की लत लग गई थी. 4 साल बाद ही 17 साल की उम्र में एक फेफड़ा पूरी तरह डैमेज हो गया था. लेकिन युवक ने इसे किसी और वजह से समझा. वैपिंग जारी  रही. कुछ महीने बाद दूसरा फेफड़ा भी डैमेज हो गया. खुद जांच कर रहे डॉक्टरों ने उसे बताया कि ऐसा लगता है कि 30 से अधिक वर्षों से एक दिन में तीन पैकेट सिगरेट पीता है. जबकि उसकी उम्र भी उतनी नहीं थी. जानने की कोशिश करते हैं कि वैपिंग क्या है और कितनी खतरनाक है. सिगरेट, वैपिंग में क्या अंतर है?



क्या होती है वैपिंग


वैपिंग सिगरेट की तरह ही अंदर खींचा जाता है. मगर इसमें धुएं के बजाय कुछ लिक्विड कण होते हैं. निकोटीन और टेस्ट (ई-तरल) की धुंध को सांस के जरिए अंदर लेने के लिए एक छोटे हैंडहेल्ड डिवाइस (जैसे ई-सिगरेट, वेप पेन या मोड) का यूज किया जाता है. ये सिगरेट पीने के समान है, लेकिन वेपिंग तम्बाकू जलाने के बजाय तरल से छोटे कणों को गर्म करता है. यही लिक्विड नशे का काम करता है. 


स्मोकिंग और वैैपिंग में क्या है अंतर?


स्मोकिंग और वैपिंग के बीच बड़ा सा बेसिक अंतर है. धूम्रपान तम्बाकू को जलाकर निकोटिन प्रदान करता है. धूम्रपान से संबंधित बीमारियों का कारण बन सकता है, और वापिंग बहुत कम हानिकारक तरीके से तरल को गर्म करके निकोटीन देता है. 


वैपिंग के क्या नुकसान हैं?


वैपिंग लंग्स को बहुत बुरी तरह प्रभावित करती है. इसके रसायन को सूंघने से फेफड़ों में सूजन हो सकती है. जो लोग वैपिंग करते हैं. उन्हेें ब्रोंकाइटिस, अस्थमा जैसी बीमारियां हो सकती है. सभी वैप तरल पदार्थों में निकोटीन शामिल होता है, जो एक नशीला पदार्थ है. यह हार्ट पर प्रभाव डाल सकता है. लंग्स डैमेज हो सकते हैं. व्यक्ति की मौत तक हो सकती है. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


यह भी पढ़ें: अनहेल्दी खाकर, पेग लगाकर देर रात तक जागने वाले सुन लें... बढ़ती इनफर्टिलिटी के कारण IVF का मार्केट 4 गुना बढ़ने वाला है