एक्टर विकास सेठी की हार्ट अटैक से मौत, जानिए अचानक सोने के दौरान क्यों पड़ता है दिल का दौरा?
विकास सेठी का रविवार 8 सितंबर को कार्डियक अरेस्ट के कारण निधन हो गया.
विकास सेठी का रविवार 8 सितंबर को कार्डियक अरेस्ट के कारण निधन हो गया. विकास एक मशहूर एक्टर थे. उन्होंने टीवी से लेकर फिल्मों तक में अपनी खास पहचान बनाई थी. 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी', 'कहीं तो होगा' और 'कसौटी ज़िंदगी की' जैसे फेमस सुपरहिट शो में खास पहचान बनाने वाले विकास सेठी अब हमारे बीच नहीं रहे. लेकिन सोचने वाली बात यह है कि बीते कुछ सालों में हार्ट अटैक से कई सेलेब्स की मौत हो चुकी है. आज हम बात करेंगे आखिर किन कारणों से नींद में ही हार्ट अटैक आता है.
हार्ट अटैक के कारण होने वाली मौत
रिपोर्ट में कई तरह की बातें कही जा रही है कि वह आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे. जिसके कारण वह काफी ज्यादा परेशान थे. लेकिन सवाल यह उठता है कि विकास से पहले भी कई एक्टर का हार्ट अटैक के कारण मौत हो गई है. आकाश मेडिकल के डॉक्टर सरोज यादव कहते हैं कि कम उम्र में अचानक से हार्ट अटैक पड़ने का सबसे बड़ा कारण है कि कोलेस्ट्रॉल लेवल काफी ज्यादा बढ़ा हुआ है.
इस कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना है खतरनाक
डॉक्टर ने बताया कि कोलेस्ट्रॉल दो तरह के होते हैं. एक एलडीएल और दूसरा एचडीएल कोलेस्ट्रॉल होता है. एलडीएल किस्म के कोलेस्ट्रॉल बैड कोलेस्ट्रॉल होता है. इस बैड कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से हार्ट अटैक की संभावना काफी ज्यादा बढ़ती है. दूसरे किस्म का कोलेस्ट्रॉल होता है एचडीएल कोलेस्ट्रॉल, जो गुड कोलेस्ट्रॉल भी कहलाता है. अगर शरीर में में एचडीएल कोलेस्ट्रॉल बढ़ रहा है तो समझिए कि आपके दिल की सुरक्षा मजबूत हो रही है.
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खराब लाइफस्टाइल हार्ट अटैक के कारण
युवाओं का दिल लगातार कमजोर हो रहा है. एक चौंकाने वाली रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि आजकल लोग जिस तरह की जीवनशैली जी रहे हैं उसका असर उनके दिल पर पड़ रहा है और दिल के दौरे जैसी घातक बीमारियां बढ़ रही हैं. अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल एंड डायग्नोस्टिक रिसर्च में प्रकाशित एक रिपोर्ट बताती है कि 2015 तक भारत में लगभग 6.5 करोड़ लोग हृदय रोग से पीड़ित थे. हैरानी की बात यह है कि इनमें से करीब 2.5 करोड़ लोग 40 साल या उससे कम उम्र के हैं.
WHO की डराने वाली है रिपोर्ट
WHO की ताजा रिपोर्ट भी भारतीयों को डरा देगी. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में पिछले 10 वर्षों में हृदय रोग से होने वाली मौतों की संख्या में 75 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. रिपोर्ट के मुताबिक अकेले साल 2019 में दुनिया भर में दिल की बीमारियों से करीब 1.80 करोड़ लोगों की मौत हो गई. इनमें से 85 प्रतिशत मौतें अकेले दिल के दौरे के कारण होती हैं.
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इस वजह से होता है हार्ट अटैक
हृदय रोग विशेषज्ञ के अनुसार हृदयाघात की स्थिति को 'मायोकार्डियल इनफार्क्शन' कहा जाता है. यह एक ऐसी स्थिति है जहां हृदय के एक हिस्से में रक्त की आपूर्ति बंद हो जाती है और इसके कारण रक्त और ऑक्सीजन लंबे समय तक नहीं पहुंच पाता है. जिसके कारण यह काम करना बंद कर देता है और व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है. दिल का दौरा पड़ने का मुख्य कारण आमतौर पर रक्त के थक्कों का जमा होना है. इसे रक्त का थक्का जमना भी कहा जाता है, जो धमनियों में वसा जमा होने के कारण होता है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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