Viral Fever: बदलते मौसम की वजह से हो गया है वायरल फीवर? तो घर में ही इन टिप्स को आजमाने से मिलेगा छुटकारा
Viral Fever Symptoms: मौसमी बुखार स्कूलों और नर्सिंग होम सहित भीड़-भाड़ वाले इलाकों में तेजी से फैलता है. जब एक संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है, तो वायरस वाली बूंदों के साथ हवा में फैल जाता है.
Viral Fever Treatment: मौसम में बदलाव मतलब कई बीमारियों का आना, जो कभी भी किसी को भी चपेट में ले सकती है. मौसम का बदलाव विशेष रूप से मानसून की वापसी या सर्दी से गर्मी का संक्रमण, वायरल बुखार का न्यौता देता है. मौसमी बुखार स्कूलों और नर्सिंग होम सहित भीड़-भाड़ वाले इलाकों में तेजी से फैलता है. जब एक संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है, तो वायरस वाली बूंदों के साथ हवा में फैल जाता है और यह एक मीटर तक फैल सकता है, और इन बूंदों को सांस लेने वाले लोगों को पास में ही संक्रमित कर सकता है. वायरस दूषित हाथों से भी फैल सकता है.
इन लोगों को होता हैं वायरल बुखार का ज्यादा खतरा
गर्भवती महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों और इम्यूनोसप्रेसिव स्थितियों वाले व्यक्तियों (जैसे एचआईवी/एड्स, कीमोथेरेपी या स्टेरॉयड प्राप्त करना) में वायरल बुखार का खतरा अधिक होता है. रोगियों के संपर्क में ज्यादा आने के कारण स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारियों को इन्फ्लूएंजा वायरस संक्रमण होने का ज्यादा खतरा होता है और इसका खतरा खासकर कमजोर व्यक्तियों में फैलता है.
वायरल फीवर के लक्षण
मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, सिरदर्द, थकावट, बहती नाक या गले में खराश, शरीर के तापमान में वृद्धि, बार-बार ठंड लगना वायरल संक्रमण के शुरुआती लक्षण हैं. शरीर का उच्च तापमान, खांसी, गले में खराश, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द और थकान को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
वायरल फीवर में क्या करें
खूब आराम करो और सो जाओ.
हाइड्रेटेड रहने के लिए खूब सारे तरल पदार्थ, जैसे पानी, सूप और फलों का रस पिएं. चार घंटे के गैप में अपने बुखार का चार्ट बनाए रखें अपने बुखार को कम करने के लिए दवा लें, जैसे कि पेरासिटामोल लेकिन, कोई अन्य दवा लेने से पहले, हमेशा अपने डॉक्टर से चेक कराएं.
छींकते या खांसते समय अपने मुंह और नाक को ढक कर रखें.
हवा में नमी बनाए रखने और सांस लेना आसान बनाने के लिए ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें.
एक संतुलित आहार का सेवन करें जिसमें फल, सब्जियां और प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल हों.
अगर आपका बुखार तीन दिनों से अधिक समय तक रहता है या आपको सांस लेने में कठिनाई या सीने में दर्द जैसे गंभीर लक्षण दिखते हैं, तो डॉक्टर से परामर्श लें.
वायरल फीवर में क्या न करें
एंटीबायोटिक्स का उपयोग हमेशा नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि यह वायरल बीमारियों पर ज्यादा असरदार नही हैं. शराब पीने से बचें क्योंकि यह आपके लक्षणों को बढ़ा सकता है हेवी व्यायाम या कोई भी वर्कआउट करने से बचें. धूम्रपान आपके श्वसन तंत्र को परेशान कर सकता है, इसलिए इसे करने से बचें. कभी भी अजनबियों को व्यक्तिगत सामान न दें, जिसमें तौलिया, बर्तन और चश्मा शामिल हों.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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